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BRICS सम्मेलन: मोदी-जिनपिंग बातचीत में बनी सहमति, भारत-चीन के बीच फिर नहीं होगा कोई सैन्य गतिरोध

ब्रिक्स सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच डोकलाम विवाद के खत्म होने के बाद पहली बार आपसी बातचीत हुई। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच डोकलाम मुद्दे को लेकर कोई बातचीत हुई।

Updated on: 05 Sep 2017, 02:06 PM

highlights

  • नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच डोकलाम विवाद के खत्म होने के बाद पहली बार आपसी बातचीत हुई
  • चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने मोदी से कहा कि बीजिंग, नई दिल्ली के साथ 'पंचशील के सिद्धांतों के तहत काम करने को तैयार है'

नई दिल्ली:

ब्रिक्स सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच डोकलाम विवाद के खत्म होने के बाद पहली बार आपसी बातचीत हुई। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच डोकलाम मुद्दे को लेकर कोई बातचीत हुई।

बैठक के दौरान चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने मोदी से कहा कि बीजिंग, नई दिल्ली के साथ 'पंचशील के सिद्धांतों के तहत काम करने को तैयार है।' 

पंचशील का सिद्धांत दो देशों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की वकालत करता है। डोकलाम में भारत और चीन के बीच 73 दिनों तक चले गतिरोध के बाद मोदी और जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय मुलाकात हुई है।

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चीन की आधिकारिक न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, 'जिनपिंग ने भारत के साथ द्विपक्षीय रिश्तों को सही रास्ते पर लाए जाने की अपील की है।' उन्होंने कहा कि मजबूत और स्थायी रिश्ता दोनों देशों के हितों में है।

शी ने कहा, 'भारत और चीन एक दूसरे के दोस्त हैं और साथ ही हम दुनिया की दो बड़ी उभरती अर्थव्यवस्था भी हैं।'

मोदी और शी के बीच करीब एक घंटे तक लंबी बातचीत हुई।

पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच करीब एक घंटे चली बातचीत

बैठक के बाद भारती विदेश सचिव एस जयशंकर ने बताया कि दोनों देशों के बीच सकारात्मक बातचीत हुई। जयशंकर ने कहा, 'बातचीत सकारात्मक रही। अस्ताना में इस मसले पर सहमति बनी थी कि मतभेदों को विवाद में नहीं बदलने दिया जाएगा। इसे फिर से दुहराया गया।'

डोकलाम मुद्दे को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'हम दोनों जानते हैं कि क्या हुआ और यह बातचीत पीछे ले जाने वाली नहीं थी।'

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