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ट्रंप ने बदली नीति, भारत के लिये मिलिटरी ड्रोन खरीदना होगा आसान

भारत के लिये अमेरिकी ड्रोन खरीदने की राह आसान होने की संभावना है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने सरकारी एजेंसियों को आदेश दिया है कि विदेश में हथियारों की बिक्री को तेज विस्तार दिया जाए।

Updated on: 20 Apr 2018, 10:54 PM

नई दिल्ली:

भारत के लिये अमेरिकी ड्रोन खरीदने की राह आसान होने की संभावना है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने सरकारी एजेंसियों को आदेश दिया है कि विदेश में हथियारों की बिक्री को तेज विस्तार दिया जाए।

साथ ही कहा गया है कि इसमें सहयोगी देशों की सेनाओं को एडवांस्ड ड्रोन्स के निर्यात पर विशेष तरजीह देने की बात कही गई है।

वाइट हाउस की प्रेस सेक्रटरी सारा सैंडर्स ने बताया कि ट्रंप ने अमेरिका में निर्मित मानवरहित एरियल सिस्टम (यूएएस) के निर्यात के लिए नई प्रशासनिक नीति बनाने की भी बात कही है।

अमेरिकी राष्ट्रपति के इस कदम से भारत जैसे देशों को फायदा हो सकता है जो एक बड़ा डिफेंस पार्टनर है और अमेरिका से बड़ी मात्रा में हथियार और सर्विलांस ड्रोन खरीदने की योजना बना रहा है।

सैंडर्स ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने एक नेशनल सिक्योरिटी प्रेसिडेंशियल मेमोरेंडम पर हस्ताक्षर किया है जिससे नई कन्वेंशनल आर्म्स ट्रांसफर (सीएटी) पॉलिसी को मान्यता दी गई है।

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नई सीएटी नीति राष्ट्रपति की नेशनल सिक्योरिटी स्ट्रैटजी में उनकी प्राथमिकताओं को दिखाती है और एक ऐसा फ्रेमवर्क तैयार करती है जिसके तहत अमेरिकी सरकारी एजेंसियां प्रस्तावित हथियारों के ट्रांसफर की समीक्षा और उनका मूल्यांकन करेंगी। साथ ही अमेरिकी कंपनियों द्वारा वाणिज्यिक रक्षा बिक्री को मंजूरी देंगी।

सैंडर्स ने बताया, 'ये नई नीतियां राष्ट्रपति की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं कि वो शांति के लिये अमेरिकी सहयोगियों और भागरीदारों को मजबूत करेंगी। साथ ही अमेरिकी इंडस्ट्री को मौका मिलेगा, अमेरिकियों के रोजगार के अवसर मिलेंगे और अमेरिका के सुरक्षा हितों को आगे बढ़ाएंगी।'

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