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अमेरिका ने दिया भरोसा, H-1B वीज़ा पर भारत को चिंता करने की ज़रूरत नहीं

अमेरिका ने भारत को भरोसा दिया है कि एच-1बी वीज़ा को लेकर उसे चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।

Updated on: 14 Sep 2017, 09:42 PM

नई दिल्ली:

अमेरिका ने भारत को भरोसा दिया है कि एच-1बी वीज़ा को लेकर उसे चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। एक उच्च अधिकारी ने बताया कि ट्रंप प्रशासन इस पर समीक्षा कर रहा है और किसी तरह की रोक अभी नहीं लगाई गई थी।

अधिकार ने कहा कि पिछले 9 महीनों में एच-1बी श्रेणी के तहत दिेये जाने वाले 70 फीसदी वीज़ा भारतीयों को दिये गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले साल अमेरिकी प्रशासन ने 12 लाख वीज़ा भारतीयों को जारी किये हैं।

भारतीयों को एच-1 बी और एल-1 (वर्क परमिट) वीज़ा जारी करने में 6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज़ की गई है।

उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति ने समीक्षा की बात कही है। इस पर कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है लेकिन एच-1बी की समीक्षा की जा रही है।'

साथ ही उन्होंने कहा कि 27 सितंबर को भारत-अमेरिका के बीच होने वाली बैठक के एजेंडे में इसे शामिल नहीं किया गया है। लेकिन इस हो सकता है कि चर्चा की जाए।

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दोनों देशों के बीच डीएसीए का मुद्दा भी चर्चा में आ सकता है। डीएसीए पर ट्रंप के फैसले से भारतीयों पर खासा प्रभाव पड़ा है। इससे 7,000 अमेरिकी भारतीयों पर असर पड़ा है।

ट्रंप ने अप्रैल में एच1बी वीज़ा प्रोग्राम के नियम कड़े करने के निर्देश दिये थे।

अधिकारी ने कहा कि अमेरिका ने पिछले साल 88,000 स्टूडेंट वीज़ा एप्लीकेशन को प्रॉसेस किया है। जो साल 2015 की अपेक्षा 15 फीसदी ज्यादा है। अमेरिका में 1.6 लाक भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं।

अमेरिका में पूरी दुनिया से आने वाले वीज़ा आवेदन में भारत की हिस्सेदारी 6 फीसदी है।

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