मुस्लिम और बौद्ध के बीच सांप्रदायिक हिंसा के बाद श्रीलंका में आपातकाल
श्रीलंका के कैंडी जिले में हुई भारी हिंसा के बाद पूरे देश में राष्ट्रीय आपातकाल लगा दिया गया है। कैबिनेट मंत्री एस बी दिसानायके ने बताया कि दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के बाद देश में आपातकाल लगाया गया है।
highlights
- श्रीलंका के कैंडी जिले में हुई भारी हिंसा के बाद पूरे देश में राष्ट्रीय आपातकाल लगा दिया गया है
- कैबिनेट मंत्री एस बी दिसानायके ने बताया कि दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के बाद देश में आपातकाल लगाया गया है
नई दिल्ली:
श्रीलंका के कैंडी जिले में हुई भारी हिंसा के बाद पूरे देश में राष्ट्रीय आपातकाल लगा दिया गया है। कैबिनेट मंत्री एस बी दिसानायके ने बताया कि दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के बाद देश में आपातकाल लगाया गया है।
श्रीलंकाई सरकार ने फिलहाल 10 दिनों के लिए देश में आपातकाल की घोषणा की है। खबरों के मुताबिक मुस्लिम और बौद्ध समुदाय के बीच हुई भारी हिंसा के बाद यह फैसला लिया गया है।
बौद्धों का आरोप है कि मुस्लिम देश में लोगों का धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं और उनके प्राचीन एवं ऐतिहासिक स्थलों को तोड़ रहे हैं।
दोनों समुदायों के बीच पिछले एक साल से अधिक समय से तनाव बढ़ रहा था। कुछ बौद्ध राष्ट्रवादियों ने देश में रोहिंग्याओं की मौजूदगी का विरोध किया है।
#WATCH: Members of Buddhist community hold protest outside Police station in #Kandy, Sri Lanka, demanding the release of Buddhists those who were arrested in the riot. pic.twitter.com/NVqJwcTtyn
— ANI (@ANI) March 6, 2018
सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक, 'कैबिनेट की विशेष बैठक में देश में 10 दिनों के लिए आपातकाल लगाने की घोषणा की गई ताकि हिंसा को देश के दूसरे हिस्से में फैलने से रोका जा सके।'
वहीं कैंडी में बौद्ध समुदाय के लोगों ने उस पुलिस स्टेशन के बाहर भारी विरोध प्रदर्शन किया, जहां इस दंगा के आरोपी बौद्धों को गिरफ्तार कर रखा गया है।
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