logo-image

पाक ने यूएन से की मांग, कश्मीर में मानवाधिकार के उल्लंघन की हो अंतरराष्ट्रीय जांच

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी ने कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के घोषणापत्र को लागू करने और अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है।

Updated on: 22 Sep 2017, 10:06 AM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी ने कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के घोषणापत्र को लागू करने और अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत कश्मीरियों के आत्म निर्णय के अधिकार को निर्ममता से दबा रहा है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर के लोगों के आत्म निर्णय के अधिकार की मांग का समर्थन करता रहेगा।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अब्बासी ने आरोप लगाया कि भारत कश्मीर में जेनेवा कंवेंशन का उल्लंघन कर रहा है और इसकी अंतरराष्ट्रीय जांच होनी चाहिये।

संयुक्त राष्ट्र में पाक पीएम ने कहा कि 'पाकिस्तान भारत के साथ कश्मीर समेत सभी मुद्दों पर चर्चा के लिये तैयार है।..... कश्मीर पर एक विशेष दूत की नियुक्ति की जानी चाहिये।'

उन्होंने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि कश्मीर में पैलेट गन का इस्तेमाल किया जा रहा है बच्चों को भा नहीं छोड़ा जा रहा है। ये एक युद्ध अपराध है और सीधे तौर पर जेनेवा कंवेंशन का उल्लंघन है। इसकी अंतरराष्ट्रीय जांच की जानी चाहिये।

और पढ़ें: भारत ने अफगानिस्तान में 116 परियोजनाओं की ली जिम्मेदारी

भारत के खिलाफ उन्होंने अपना एजेंडा जारी रखा और कहा कि 600 बार सीज़फायर के उल्लंघन कके बावजूद भी पाकिस्तान ने संयम बनाए रखा।

उन्होंने कहा, 'लेकिन भारत अगर एलओसी पार कर किसी तरह की कार्रवाई करता है तो पाकिस्तान उसका कड़ा जवाब देगा।'

अफगानिस्तान में जारी हिंसा और आतंकवाद पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अब्बासी ने कहा, 'अफगानिस्तान में राजनीतिक और सैन्य अस्थिरता के लिये पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया जाना गलत है। हम किसी के लिये बलि का बकरा नहीं बनेंगे।'

उन्होंने कहा कि तालिबान के ठिकाने पाकिस्तान में नहीं हैं बल्कि अफगानिस्तान के उन इलाकों में हैं जो तालिबान के नियंत्रण में हैं।

और पढ़ें: UN के मंच से सुषमा ने आतंक के मुद्दे पर पाकिस्तान को सुनाई खरी-खोटी