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मिसाइल परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया की धमकी, कहा- अमेरिका के हर शहर तक होगी पहुंच

उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को एक बार फिर मिसाइल परीक्षण कर पूरे विश्व समुदाय को चौंका दिया है। लगातार अंतरराष्ट्रीय दवाबों के बावजूद उत्तर कोरिया मिसाइल परीक्षण करने से बाज नहीं आ रहा है। उत्तर कोरिया के समाचार एजेंसी ने कहा कि मिसाइल परीक्षण अमेरिका को सख्त चेतावनी देने के लिए किया गया है।

Updated on: 29 Jul 2017, 09:28 AM

highlights

  • उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के बाद जापान के प्रधानमंत्री शिंजो ने एक आपात बैठक बुलाई
  • उत्तर कोरिया का इस साल 12वीं बार मिसाइल परीक्षण है
  • अमेरिका ने किसी भी तरह के खतरे से किया इंकार

नई दिल्ली:

उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को एक बार फिर मिसाइल परीक्षण कर पूरी दुनिया को चौंका दिया है। लगातार अंतरराष्ट्रीय दवाबों के बावजूद उत्तर कोरिया ने मिसाइल परीक्षण के बाद कहा कि उसके रेंज में पूरा अमेरिका है।

उत्तर कोरिया की न्यूज एजेंसी के मुताबिक तानाशाह किम जोंग उन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी देते हुए कहा कि पूरा अमेरिकी क्षेत्र इसकी जद में है।

हालांकि, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जेफ डेविस ने इस बात से इंकार करते हुए कहा कि अमेरिका को उत्तर कोरिया की मिसाइल परीक्षण से कोई खतरा नहीं है। डेविस ने कहा कि अमेरिका हमले का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है और वो खुद एवं दक्षिण कोरिया, जापान जैसे सहयोगियों की किसी भी तरह के हमले से रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

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इस मिसाइल परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया को जवाब देने के लिए अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने शनिवार को संयुक्त रूप से बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। दोनों देशों का यह परीक्षण पूर्वी सागर में किया गया है।

जापानी मीडिया के मुताबिक शुक्रवार को उत्तर कोरिया का यह मिसाइल जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में जाकर गिरा है। ये मिसाइल 47 मिनट में 1000 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद जापान के जलीय क्षेत्र में जाकर गिरा। उत्तर कोरिया के इस मिसाइल परीक्षण के बाद जापान के प्रधानमंत्री शिंजो ने एक आपात बैठक बुलाई थी।

इस महीने उत्तर कोरिया दूसरी बार बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण कर चुका है। वहीं इस साल उत्तर कोरिया का यह 12वीं बार मिसाइल परीक्षण है। आपको बता दें कि एक दिन पहले ही अमेरिकी कांग्रेस ने रूस, ईरान और उत्तर कोरिया पर सख्त प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर वोट किया था। चीन ने भी उत्तर कोरिया के इस मिसाइल परीक्षण का विरोध किया है।

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