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अमेरिका के खिलाफ भारत ने यरुशलम पर यूएन प्रस्ताव के समर्थन में दिया वोट

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का यरुशलम को इजरायल की राजधानी घोषित किये जाने के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में वोट डाला गया। संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के समर्थन में वोट करने वाले 127 देशों में भारत भी शामिल है।

Updated on: 22 Dec 2017, 05:41 AM

नई दिल्ली:

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का यरुशलम को इजरायल की राजधानी घोषित किये जाने के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में वोट डाला गया। संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के समर्थन में वोट करने वाले 127 देशों में भारत भी शामिल है।

यूएन के इस प्रस्ताव के खिलाफ नौ देशों ने वोटिंग की है। जबकि 35 देशों ने इस प्रस्ताव पर वोट नहीं दिया।

भारत ने यरुशलम को इजरायल की राजधानी घोषित करने के खिलाफ वोटिंग की है। बुधवार को ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी रुख के खिलाफ जाने से सभी देशों को चेतावनी दी थी।

भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कुछ नहीं कहा। लेकिन ट्रंप ने जब यरुशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता दी थी तब भारत ने कहा था कि फिलिस्तीन को लेकर उसके रुख में कोई परिवर्तन नहीं आया है।

नैम के मंत्रियों की बैठक में भारत की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि इजरायल और यरुशलम के बीच शांति पूरी तरह से दोनों के बीच पूर्व में हुए समझौतों पर निर्भर करता है। जिसमें इजरायल और फिलिस्तीन आपसी सुरक्षा ज़रूरतों को समझ कर इस रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं।

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यूएन जनरल असेंबली के प्रस्ताव को तुर्की ने रखा और यमन ने जोर देते हुए कहा कि यरुशलम अंतिम मुद्दा था जिस पर निर्णय बातचीत से ही संभव है।

मांग की गई कि यरुशलम पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को ही माना जाए। उसेक अलावा किसी दूसरे प्रस्ताव को मान्यता न दी जाए।

तुर्की के विदेशमंत्री ने यूएन में कहा कि ट्रंप का फैसला सही नहीं था।

उन्होंने कहा, '1967 की सीमा के अनुसार फिलिस्तीनियों को अपने देश का अधिकार है और जिसकी राजधानी पूर्वी यरुशलम हो।'

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