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ट्रंप ने स्वीडन और शरणार्थियों पर फ्लोरिडा रैली में दिये बयान पर दी सफाई

शरणार्थियों के मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा रैली में स्वीडन पर दिए गए बयान पर सफाई दी है। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने शरणार्थियों को लेकर स्वीडन के प्ति चिंता जाहिर की थी।

Updated on: 20 Feb 2017, 07:04 PM

नई दिल्ली:

शरणार्थियों के मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा रैली में स्वीडन पर दिए गए बयान पर सफाई दी है। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने शरणार्थियों को लेकर स्वीडन के प्ति चिंता जाहिर की थी।

सीएनएन के मुताबिक, ट्रंप ने रविवार की अपनी टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा,"उनका यह बयान फॉक्स न्यूज की एक खबर पर आधारित था, जिसमें आव्रजकों और स्वीडन को लेकर चिंता जाहिर की गई थी।"

ऐसा संदेह है कि ट्रंप का यह बयान शुक्रवार रात प्रसारित टकर कार्लसन के शो से लिया गया है, जिसमें शो के मेजबान ने फिल्मकार एमी होरोविट्ज का साक्षात्कार लिया था। एमी ने स्वीडन में बढ़ी हिंसा की घटनाओं को स्वीडन की उस नीति से जोड़ने की कोशिश की थी, जिसमें शरण मांगने वालों को स्वीकार कर लिया जाता है।

इस बयान के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप की किरकिरी हुई थी। ट्रंप के इस बयान की जनता और स्वीडन दोनों ने सफाई मांगी थी।

ट्रंप ने फ्लोरिडा की रैली में कहा, "हमें अपने देश को सुरक्षित रखना होगा।"

उन्होंने कहा, "आप देख रहे हैं कि जर्मनी में क्या हो रहा है। आपने देखा ही कि कल रात स्वीडन में क्या हुआ। स्वीडन, कौन विश्वास करेगा? ये बड़ी संख्या में आए। उन्हें परेशानी हो रही है और इन्होंने पहले कभी सोचा नहीं था। आप देख रहे हैं कि ब्रसेल्स में क्या हो रहा है। आप देख रहे हैं कि पूरी दुनिया में क्या हो रहा है। नीश को देखिए, पेरिस को देखिए।"

ट्रंप के ये बयान जर्मनी और अन्य जगहों पर हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों की ओर इशारा कर रहे थे, लेकिन स्वीडन में ऐसा कोई हमला नहीं हुआ है।

व्हाइट हाउस प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने इससे पहले रविवार को कहा था कि ट्रंप बढ़ रहे अपराध और हाल ही में हुई कुछ घटनाओं की ओर इशारा कर रहे थे, न कि किसी विशेष घटना की ओर।

सारा ने कहा कि ट्रंप के कहने का मतलब 'पिछली रात' नहीं था, बल्कि वह स्वीडन में बढ़ रहे अपराधों की ओर इशारा कर रहे थे।

स्वीडन के पूर्व विदेश मंत्री कार्ल बिल्ड्ट ने ट्वीट कर कहा, "स्वीडन? आतंकवादी हमला? वह क्या बात कर रहे हैं? प्रश्न उठ रहे हैं।"

ट्रंप के इस बयान के तुरंत बाद ट्विटर पर उनकी आलोचना करने वालों की बाढ़ आ गई।

ट्विटर पर ट्रंप के बयान के विरोध में 'लास्टनाइटइनस्वीडन' और 'प्रेफॉरस्वीडन' जैसे हैशटैग वायरल हो गए, जो ट्रंप की ओर इशारा कर रहे थे।

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