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जैश के सरगना मसूद अजहर पर नरम पड़ने लगा चीन का रुख!, चीनी राजनयिक ने कहा दोनों देश के बीच आगे बढ़ी बातचीत

पाकिस्तानी आतंकी मसूद अजहर पर चीन ने सकारात्मक संकेत देते हुए कहा है कि बीजिंग आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पड़ोसी मुल्क का समर्थन करता है। चीन ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी करार दिए जाने के मसले पर प्रगति हुई है।

Updated on: 24 Feb 2017, 06:07 PM

highlights

  • पाकिस्तानी आतंकी मसूद अजहर पर चीन ने दिए सकारात्मक संकेत
  • चीन ने कहा बीजिंग आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पड़ोसी मुल्क का समर्थन करता है
  • चीन ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी करार दिए जाने के मसले पर प्रगति हुई है

New Delhi:

पाकिस्तानी आतंकी मसूद अजहर पर चीन ने सकारात्मक संकेत देते हुए कहा है कि बीजिंग आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पड़ोसी मुल्क का समर्थन करता है। चीन ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी करार दिए जाने के मसले पर प्रगति हुई है।

भारत में चीन के राजदूत लुओ झाओहुई ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पड़ोसी मुल्क का समर्थन करता है। चीनी वीजा आवेदन सेवा केंद्र के उद्घाटन अवसर पर लुओ ने कहा, 'बातचीत जारी है। आपके विदेश सचिव दो दिन पहले बीजिंग में थे। हर मुद्दे पर चर्चा हुई। इंतजार कीजिए।'

अजहर पर प्रतिबंध लगाए जाने के के मामले में चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के प्रस्ताव को वीटो भी कर चुका है। उन्होंने कहा, 'चीन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर भारत का समर्थन करता है। बातचीत जारी है। इसमें समय लगता है।'

भारत ने बुधवार को एक बार फिर चीन से जैश-ए-मोहम्मद के सरगना और पठानकोट हमले की साजिश के मुख्य आरोपी मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने को कहा।

चीन ने इस संबंध में अमेरिका के एक प्रस्ताव को अड़ंगा लगा दिया था, जिसमें अजहर को 'वैश्विक आतंकवादियों' की सूची में शामिल करने की बात कही गई थी। इससे पहले 2016 में भी चीन ने भारत के ऐसे तीन प्रस्तावों में अड़चन डाली थी।

भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर ने बुधवार को चीन के उप विदेश मंत्री झांग येसुई के साथ बीजिंग में भारत-चीन सामरिक वार्ता की संयुक्त अध्यक्षता की। बातचीत के दौरान उन्होंने मसूद अजहर का मुद्दा भी उठाया।

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लुओ ने द्विपक्षीय मुद्दों पर कहा, 'केवल इन्हीं मुद्दों पर ध्यान केंद्रित न करें। यह महत्वपूर्ण है, लेकिन द्विपक्षीय सहयोग अधिक महत्वपूर्ण है।' उन्होंने मीडिया को भारत और चीन के बीच सकारात्मक सहयोग पर अधिक ध्यान देने को कहा।

परमाणु आपूर्तिकर्ता देशों के समूह (एनएसजी) में भारत के प्रवेश पर चीनी विरोध के मुद्दे पर उन्होंने कहा, 'इस पर चीन का रुख अब भी वही है।'

अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के उभार पर राजदूत ने कहा, 'हमारी स्थिति स्पष्ट है। हम किसी भी तरह के आतंकवाद के खिलाफ हैं। इस मुद्दे पर चीन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की तरह ही ठोस कड़े कदम उठाने के पक्ष में है।'

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