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दलाई लामा से मुलाकात को लेकर चीन ने दुनिया भर के नेताओं को धमकाया

चीन ने शनिवार को वैश्विक नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर किसी ने तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा से मुलाकात की, तो इसे 'गंभीर अपराध' माना जाएगा।

Updated on: 21 Oct 2017, 11:07 PM

highlights

  • चीन ने हमेशा दलाई लामा के विश्व के नेताओं से मुलाकात का विरोध किया है
  • दलाई लामा पर तिब्बत को अलग करने की कोशिश करने का आरोप लगाता रहा है

नई दिल्ली:

चीन ने शनिवार को दुनिया भर के नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर किसी ने तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा से मुलाकात की, तो इसे 'गंभीर अपराध' माना जाएगा।

सत्ताधारी कम्युनिष्ट पार्टी ऑफ चीन (सीपीसी) के यूनाइटेड फ्रंट वर्क डिपार्टमेंट के कार्यकारी उपाध्यक्ष झांग यीजियोंग ने कहा, 'किसी भी देश या किसी भी संगठन का दलाई लामा से मिलने को स्वीकार करना चीन के लोगों के नजर में एक गंभीर अपराध होगा।'

झांग ने कहा कि चीन दूसरे देशों और नेताओं के 82 वर्षीय दलाई लामा से एक धार्मिक नेता के तौर पर मिलने के तर्क को कभी स्वीकार नहीं करेगा।

झांग ने कहा, 'मैं साफ कर देना चाहता हूं कि 14वें दलाई लामा धर्म की आड़ में छिपे एक राजनीतिक हस्ती हैं।'

भारत का नाम लिेए बगैर झांग ने कहा कि दलाई लामा 1959 में ही अपनी मातृभूमि को धोखा देकर 'दूसरे देश' भाग गए और निर्वासन में अपनी तथाकथित सरकार की स्थापना कर ली।

बता दें कि चीन हमेशा दलाई लामा के विश्व के नेताओं से मुलाकात का विरोध किया है। बीजिंग के साथ कूटनीतिक संबंध बनाने के लिए विश्व के अन्य सरकारों को तिब्बत को चीन का अंग मानने को भी कहा है।

चीन ने इस साल तिब्बती आध्यात्मिक नेता को भारत द्वारा उत्तर पूर्व और अरुणाचल में भ्रमण के लिए दिए गए अनुमति का भी विरोध किया था। साथ ही चीन लगातार दलाई लामा पर तिब्बत को अलग करने की कोशिश करने का आरोप लगाता रहा है।

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