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चीन ने किया अमेरिकी रक्षा अधिनियम का विरोध

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग के हवाले से कहा कि बीजिंग ने वाशिंगटन से उसकी शीत युद्ध मानसिकता और चीन के साथ उसके रिश्ते के तटस्थ दृष्टिकोण का परित्याग करने का आग्रह किया।

Updated on: 14 Aug 2018, 11:48 PM

नई दिल्ली:

चीन ने मंगलवार को अमेरिकी सरकार के प्रति कड़ा असंतोष जताया और कहा कि अमेरिका ने बीजिंग को निशाना बनाकर एक नए रक्षा कानून पर हस्ताक्षर कर उसे पारित किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को वित्तीय वर्ष 2019 के लिए राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (एनडीएए)को कानून बनाने के लिए मंजूरी दी है। विधेयक में चीन पर पूरी तरह से सरकारी रणनीति निर्देशित करना और ताइवान बलों की मुस्तैदी को मजबूत करने के लिए योजना व मूल्यांकन दाखिल करने जैसे उपनियम शामिल हैं। 

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग के हवाले से कहा कि बीजिंग ने वाशिंगटन से उसकी शीत युद्ध मानसिकता और चीन के साथ उसके रिश्ते के तटस्थ दृष्टिकोण का परित्याग करने का आग्रह किया। 

उन्होंने कहा, 'चीन ने बार बार अपना रुख स्पष्ट किया है और अमेरिका के समक्ष गंभीर अभिवेदन दर्ज कराया है।'

लु ने अमेरिका से एकल चीन नीति और तीन संयुक्त शासकीय सूचनाओं का पालन करने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने अमेरिका से मुख्य क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग और रिश्तों को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए चीन से संबंधित नकरात्मक उपनियमों को लागू नहीं करने को भी कहा।