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भारत ने SCO समिट में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के समर्थन से किया इंकार

भारत ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में सीपीईसी का समर्थन करने से इंकार कर दिया जबकि बाकी आठ सदस्यीय ब्लॉक ने इसका समर्थन किया।

Updated on: 24 Apr 2018, 11:34 PM

नई दिल्ली:

पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच वुहान सम्मेलन में होने वाली द्विपक्षीय वार्ता से पहले चीन अपने अति महत्वकांक्षी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) पर भारत का समर्थन प्राप्त करने में असफल रहा।

भारत ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में सीपीईसी का समर्थन करने से इंकार कर दिया जबकि बाकी आठ सदस्यीय ब्लॉक ने इसका समर्थन किया।

बैठक के अंत में कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान के विदेश मंत्रियों ने चीन द्वारा प्रस्तावित 'बेल्ट और रोड पहल' के लिए संयुक्त बयान जारी कर अपना समर्थन दोहराया।

भारत का नाम उन देशों की सूची से स्पष्ट रूप से गायब था, जिन्होंने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) का समर्थन किया है।

इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने बीजिंग में आतंकवाद और उसे समर्थन देने वाले देशों पर जमकर हमला बोला।

स्वराज ने कहा, 'दुनिया भर में आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को आतंकियों का समर्थन करने वाले देशों पर कार्रवाई करनी चाहिए।'

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