पश्चिम बंगाल: बशीरहाट में तनाव, ममता सरकार ने केंद्र से कहा- नहीं चाहिये अर्धसैनिक बल
गुरुवार को एक बार फिर बासिरहाट में हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने रास्ते बंद कर दिये। जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।
highlights
- पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में फिर भड़की हिंसा, पुलिस ने किया बल प्रयोग
- ममता सरकार ने अर्धसैनिक बल लेने से किया इनकार, चार कंपनियां पहले से है तैनात
- एक युवक के फेसबुक पोस्ट के बाद भड़की थी हिंसा, युवक गिरफ्तार
नई दिल्ली:
पश्चिम बंगाल के 24-परगना जिले के बशीरहाट में गुरुवार को एक बार फिर हिंसा भड़क उठी। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दिया, टायर जलाये और पुलिस पर पथराव किया।
जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और बल प्रयोग किया। पूरे इलाके में धारा 144 लगाई गई है।
वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में सांप्रदायिक हिंसा प्रभावित 24 परगना जिले में अतिरिक्त सुरक्षा बल की जरूरत से इंकार कर दिया है।
पीटीआई के अनुसार, गृहमंत्रालय के अधिकारी ने कहा, 'अर्धसैनिक बलों की आठ कंपनियों (एक कंपनी में 100 जवान होते हैं) को पश्चिम बंगाल भेजा गया था। लेकिन राज्य सरकार ने मंत्रालय से कहा कि चार कंपनियों की जरूरत नहीं है।'
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'बादुरिया में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद बशीरहाट शहर और स्टेशन के इलाके में में दोबारा तनाव नजर आया। जिसके बाद भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा।'
Violence reportd in #Basirhat following imposition of Sec 144 aftr clash over FB post;protesters blocked road,tear gas used(Earlier visuals) pic.twitter.com/d2z2NDmDwM
— ANI (@ANI_news) July 6, 2017
बीजेपी ने गठित की कमेटी
पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में हुई हिंसा की जांच के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह ने कमेटी गठित की है। बीजेपी की कमेटी में ओम माथुर, मीनाक्षी लेखी, सतपाल सिंह और कैलाश विजयवर्गीय हैं।
गुरुवार को कैलाश विजवर्गीय पार्टी नेताओं के साथ हिंसा में घायल हुए लोगों से मिलने पहुंचे। जहां उन्हें प्रशासन ने रोक दिया। इस दौरान टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई।
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बीजेपी ने हिंसा में जान गंवाने वाले लोगों के लिए 10 लाख और घायल हुए लोगों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजे की मांग की है। वहीं ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने बीजेपी पर ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
पार्टी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, 'बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मंत्री फेसबुक-ट्वीटर पर लगातार भड़काऊ पोस्ट डाल रहे हैं। जो अपराध है।'
फेसबुक पोस्ट से भड़की हिंसा
एक युवक की फेसबुक पोस्ट के कारण बदुरिया और इसके पास के इलाकों (केओशा बाजार, बनस्थल, रामचंद्रपुर और टैन्टुलिया) में सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया था। हिंसा प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सेवा रोक दी गई है। किसी भी तरह की हिंसा और न बढ़े इसके लिए बीएसफ जवानों की तैनाती की गई है।
फेसबुक पोस्ट करने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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