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गोरखालैंड आंदोलन: GJM का अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान, ममता ने कहा कार्यालय नहीं होंगे बंद

अलग गोरखालैंड और बांग्ला भाषा के खिलाफ गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के आंदोलन ने हिंसक रुप ले लिया है।

Updated on: 12 Jun 2017, 02:13 PM

नई दिल्ली:

अलग गोरखालैंड और बांग्ला भाषा के खिलाफ गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (GJM) के आंदोलन ने हिंसक रुप ले लिया है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने दार्जिंलिंग के सरकारी कार्यालयों (केंद्र-राज्य सरकार) में अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है।

संगठन ने दार्जिलिंग आ चुके या आने वाले पर्यटकों को भी अपने खतरे पर इन जगहों पर रुकने को कहा गया है। बंद के आह्वान के बाद राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी आदेश जारी कर दिया है कि कार्यालय खुले रहेंगे।

आंदोलन को लेकर एडीजी ने कहा है कि इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। वहीं गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने 'अप्रिय' घटनाओं की आशंका को देखते हुए पर्यटकों को पहाड़ी इलाके से निकल जाने को कहा है।

केंद्र में मोदी सरकार की सहयोगी जीजेएम ने राज्य के सरकारी कार्यालयों और गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के कार्यालयों को अनिश्चित काल के लिए बंद का आह्वान किया है।

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गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने शैक्षणिक संस्थानों, परिवहन व होटलों को बंद के दायरे से बाहर रखा है।

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