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नजीब जंग के केजरीवाल से लगातार टकराव को लेकर खुश नहीं थी केंद्र सरकार!

दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच शुरुआत से ही लड़ाई चल रही थी उससे उपराज्यपाल काफी दुखी थे।

Updated on: 23 Dec 2016, 08:38 AM

नई दिल्ली:

दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग के इस्तीफे ने राजनीतिक गलियारों में कयासों का बाजार गर्म कर दिया है। यह अब भी साफ नहीं हो सका है कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया। 

सूत्रों के मुताबिक दिल्ली की सरकार से हर मुद्दे पर उनकी टकराहट केंद्र सरकार और बीजेपी के लिए लगातार मुश्किल का सबब बन रहा था। इससे बीजेपी का टॉप लेवल खुश नहीं था। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार को नजीब जंग गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी मिले थे लेकिन तब भी उन्होंने कोई ऐसा इशारा नहीं दिया था कि वे इस्तीफा देने वाले हैं।

बता दें कि नजीब जंग ने केंद्र सरकार को अपना इस्तीफ़ा गुरुवार को सौंप दिया था। जंग को जुलाई 2013 में दिल्ली का उप-राज्यपाल बनाया गया था।

उप राज्यपाल बनने के बाद से जंग दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निशाने पर रहे थे। आम आदमी पार्टी की सरकार और जंग के बीच दिल्ली सरकार के प्रशासनिक क्षेत्राधिकार को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था।

हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने जंग के पक्ष में फैसला देते हुए साफ कर दिया था कि उप-राज्यपाल ही दिल्ली का असली प्रशासक है। केजरीवाल ने जंग पर प्रधानमंत्री मोदी के इशारे पर दिल्ली सरकार को अपदस्थ करने का आरोप लगाया था।

हालांकि राष्ट्रपति को भेजे अपने इस्तीफे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र दोनों का शुक्रिया अदा किया है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफे के कारणों को लेकर जंग से बात की है। खबरों के मुताबिक केजरीवाल शुक्रवार को जंग से मिलने जाएंगे।

जंग ने कहा है कि वह अकादमिक दुनिया में वापस जाना चाहते हैं। राज्यपाल बनने से पहले वो दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर थे। 

नजीब जंग के इस्तीफ़ा देने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आश्चर्य व्यक्त किया है और भविष्य के लिए शुभकामनायें दी है।

जंग के इस्तीफे के बाद दिल्ली के उप-मुख्मंत्री मनीष सिसौदिया ने आभार जताते हुए कहा, 'तमाम खट्टे मीठे अनुभवों के बावजूद कह सकता हूँ कि नजीब जंग साहब के साथ हमने मिलकर दिल्ली के लिए बहुत अच्छा काम किया। भविष्य के लिए शुभकानाएं।'


वहीं आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने जंग के इस्तीफे पर कुछ ऐसे चुटकी ली। विश्वास ने कहा, 'गयो।'

जंग आईएएस सेवा के अधिकारी रहे हैं। जंग 1994-1999 के बीच पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय में सचिव रहे हैं।

बतौर सचिव उन्होंने 1999 में इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद जंग ने एशियाई विकास बैंक में सीनियर एनर्जी स्पेशलिस्ट के तौर पर काम किया। इसके बाद वह रिलायंस के एनर्जी रिसर्च आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन में डायरेक्टर बने। सितंबर 2009 में उन्हें जामिया मिल्लिया इस्लामिया का वाइस चांसलर बनाया गया।