जानिए नोबेल पुरस्कार विजेता बॉब डिलेन की कुछ दिलचस्प बातें
2016 में साहित्य का नोबल पुरस्कार मशहूर गीतकार और गायक बॉब डिलेन के नाम हुआ।
नई दिल्ली:
2016 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार मशहूर गीतकार और गायक बॉब डिलेन को दिया गया। नोबेल समिति ने बॉब डिलेन को यह पुरस्कार अमरीकी गीतों को नया आयाम देने के लिए दिया है।
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बॉब डिलेन अंतर्राष्ट्रीय म्यूज़िक में जाना पहचाना नाम हैं। जानते हैं नोबेल पुरस्कार के कुछ अनजाने पहलू के बारें में-
1- 75 वर्षीय बॉब का जन्म 24 मई 1941 में यूएस में हुआ था। बॉब डिलेन अमेरिका मे ही नहीं दुनिया भर के संगीत प्रेमियों के प्रिय रहे हैं।
2- उनका असली नाम रॉबर्ट ज़िमरमैन है। उन्होंने अपना नाम जाने माने कवि डिलेन थॉमस के नाम पर रखा पर जिसे उन्होंने कभी कंफर्म नहीं किया।
3- उन्होंने अपना म्यूज़िक करियर 1959 में शुरू किया। वे शुरुआती दिनों में कॉफी हाउस के भीतर गाया करते थे। डिलन को अबतक 11 ग्रैमी अवॉर्ड, गोल्डेन ग्लोब अवॉर्ड और एकेडमी अवॉर्ड मिल चुका है।
4- किसी गीतकार को पहली बार उनके गीतों के लिए नोबेल दिया गया है। गीतों के लिए कवियों को नोबेल पुरस्कार दिए जा चुके हैं।
5- साठ के दशक में अपने गिटार और माउथऑर्गन के साथ संगीत की दुनिया में आए बॉब डिलेन को लोकगीतों का रॉक स्टार भी कहा जाता है।
6- अमेरिकन सिविल राइट और एंटी वार मूवमेंट के समय 'ब्लोइंग इन द विंड' और 'द टाइम्स दे आर चेंजिंग' पूरे देश के लिए एंथम सॉग बन गये थे।
7- उनके सबसे लोकप्रिय गीतों में 'मिस्टर टैंबूरिन मैन' से लेकर 'लाइक ए रोलिंग स्टोन', 'ब्लोइंग इन द विंड' और 'द टाइम्स दे आर चेजिंग' शामिल हैं।
8- 2008 में डिलेन ऐसे पहले रॉक म्यूजिशियन बने जिन्हें पुलित्ज़र अवॉर्ड से नवाजा गया था।
इसके अलावा डिलेन का शौक पेटिंग में भी रहा है। डिलन ने ड्रॉइंग और पेटिंग पर 6 बुक्स भी पब्लिश की हैं।
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