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क्यूबा दे रहा है क्रांतिकारी नेता और पूर्व राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो को श्रद्धांजलि

क्यूबा में इन दिनों ज्यादातर लोग घरों में हैं। गलियां सूनी हैं और नौ दिनों के आधिकारिक शोक तक संगीत या किसी भी तरह का उत्सव मनाने पर रोक है।

Updated on: 28 Nov 2016, 02:40 PM

highlights

  • शुरू हो गई कास्त्रो के अंतिम संस्कार की तैयारी
  • अपने पूर्व राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी देगा क्यूबा 

नई दिल्ली:

हवाना के मशहूर 'प्लाजा ऑफ रेव्यूलुशन' चौराहे पर करीब नौ मंजिला ऊंची तस्वीर के लगाने के साथ ही क्यूबा में सोमवार से पूर्व राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू हो गई।

क्यूबा में इस चौराहे का एक अलग महत्व है जहां न जाने कितनी बार कास्त्रो ने जनता को संबोधित किया, न जाने कितनी रैलियां हुई और इसने देश की राजनीति को बदल दिया।

कास्त्रो के छोटे भाई रॉल के हाथ में नेतृत्व जाने के बाद यह शायद पहला मौका है जब क्यूबा एक बार फिर कास्त्रों के शब्दों और तस्वीरों से अटा पड़ा है। कास्त्रो, क्यूबा के एक ऐसे नेता जिनकी छाप इस देश की कई पीढ़ियों पर नजर आती है।

कास्त्रों का निधन पिछले हफ्ते शुक्रवार को हुआ। तब से आलम यह है कि देश के तमाम अखबार, टीवी और रेडियो लगातार कास्त्रों के भाषणों, उनके इंटरव्यू, विदेश दौरों और उनसे जुड़ी तमामा बातों को लगातार दिखा रहे हैं, सुना रहे हैं।

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क्यूबा की संसद के पूर्व प्रेसिडेंट रिकॉर्डो अलार्कन ने टीवी पर अपने एक संदेश में कहा, 'यह कोई औपचारिकता या दिखावा नहीं है बल्कि सच में लोगों में दुख है। यह बेहद अंतरंग अहसास है।'

क्यूबा में इन दिनों ज्यादातर लोग घरों में हैं। गलियां सूनी हैं और नौ दिनों के आधिकारिक शोक तक संगीत या किसी भी तरह का उत्सव मनाने पर रोक है। कुछ लोगों के लिए और खासकर जो युवा हैं वो जरूर कास्त्रों के निधन पर इस सन्नाटे को समझ नहीं पा रहे हैं।

इन्हीं युवाओं में से एक 20 साल के यांकेमेल बारेरा ने कहा कि उनकी जिंदगी पर कास्त्रो का बहुत प्रभाव नहीं है और इसलिए वह इस निधन से ज्यादा प्रभावित नहीं हैं। बारेरा ने साथ ही कहा कि न ही वे किसी शोक कार्यक्रम में जाने की योजना ही बना रहे हैं। बारेरा के मुताबिक फाइनल परीक्षा के लिए पढ़ाई करने से समय का ज्यादा बेहतर सदुपयोग होगा।

हालांकि, माना जा रहा है कि सोमवार को सुबह 9 बजे के बाद हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरेंगे जब 21 बंदूको की सलामी की गूंज राजधानी में सुनाई देगी। सैंटियागो के पूर्वी हिस्से में भी कास्त्रो को सलामी दी जाएगी जहां कभी 1953 में उन्होंने अपने आंदोलन की शुरुआत की थी।

क्यूबा की सरकार ने हालांकि इस बारे में अभी कुछ भी साफ नहीं किया है कि 90 साल के उस पूर्व राष्ट्रपति के अवशेषों को लोगों के दर्शन के लिए रखा जाएगा या नहीं। इस बीच सोमवार को कास्त्रों के सम्मान में सभी स्कूल और सरकार संस्थान बंद रहेंगे। माना जा रहा है कि कास्त्रो को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला सोमवार को 13 घंटे से ज्यादा समय तक चलेगा और फिर मंगलवार को भी इसके जारी रहने की संभावना है।

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यह सिलसिला 'प्लाजा ऑफ रेव्यूलुशन' पर रैली के रूप में खत्म होगा जहां से सत्ता में रहते हुए कास्त्रो ने सबसे ज्यादा लोगों को संबोधित किया।

वहीं, बुधवार से कास्त्रो के अवशेष के साथ पूरे क्यूबा में तीन दिवसीय यात्रा शुरू होगी। यह यात्रा कास्त्रो के विद्रोह के दिनों में सिएरा माएस्त्रा पहाड़ से उनकी बागी सेना के मार्च की याद के तौर पर होगी। कास्त्रो को रविवार को क्यूबा के दूसरे सबसे बड़े शहर सैंटियागो के सैंटा इफिजेनिया कब्रगाह में दफनाया जाएगा।