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सोनिया ने कहा, नहीं की जा सकती इंदिरा गाँधी से नरेंद्र मोदी की तुलना

सोनिया ने कहा कि अगर वो इंदिरा गाँधी से नहीं मिलती तो शायद राजनीति में भी नहीं होतीं।

Updated on: 22 Nov 2016, 05:57 PM

New Delhi:

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा कि इस मसले पर उनके विचार बहुत साफ़ हैं कि इंदिरा गाँधी और नरेंद्र मोदी की तुलना नहीं की जा सकती। तकरीबन नौ साल बाद दिए टीवी साक्षात्कार में सोनिया ने कहा कि अगर वो इंदिरा गाँधी से नहीं मिलती तो शायद राजनीति में भी नहीं होतीं। उन्होंने कहा कि उनका राजनीति में ना आना एक कायराना हरकत होती। उन्हें अपनी सास और पति के साथ-साथ पार्टी के आदर्श की भी रक्षा करनी थी।

कांग्रेस में फैले वंशवाद पर उन्होंने कहा कि जिस तरह डॉक्टर, इंजीनियर और व्यापारियों के बच्चे भी अपने पिता के रास्ते पर चलते हैं, राजनीति में भी यही होता है। राजनीति इन अर्थों में अलग है क्योंकि लोकतंत्र में वो चुनाव जीतते-हारते रहते हैं।

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राहुल गाँधी की भविष्य में क्या भूमिका होगी, इस पर सोनिया ने कहा कि ये बताने के लिए वो सही व्यक्ति नहीं हैं। उन्होंने कहा कि प्रियंका और राहुल में इंदिरा गाँधी की अलग-अलग छवियां हैं।

आपातकाल के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इंदिरा अगर आपातकाल से असहज नहीं होतीं तो शायद चुनाव का ऐलान नहीं करतीं। सोनिया ने बताया कि राजीव गाँधी लोगों से मिलते थे और उनका हाल अपनी मां को बताते थे।

सोनिया ने कहा कि इंदिरा में देश के लिए वफादारी और त्याग का भाव कूट-कूट कर भरा हुआ था। इंदिरा को कभी ये नहीं लगता था कि तमाम पुरुषों के बीच वो अकेली औरत हैं। उन्हें हमेशा लगता था कि वो सबके बराबर हैं।