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इंडियन साइंटिस्ट वरद गिरी के नाम पर बनी गिरिज़ गेकोइला छिपकली प्रजाति

ये छिपकली 6-7 सेमी लंबी होती है, जो मुंबई और उसके आस पास के समुद्री इलाक़ो के पास पाई जाती है।

Updated on: 29 Sep 2016, 11:51 AM

नई दिल्ली:

बैंगलोर के नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज़ और बॉम्बे नैचुरल हिस्ट्री सोसाइटी, मुंबई ने ज़मीन पर रहने वाली छिपकली एक नई प्रजाति को खोज निकाली है। छिपकली की इस नई प्रजाति का नाम सिर्टोडेक्टाइलस वरदगिरि (Cyrtodactylus Varadgirii) या गिरी गेकोइला रखा गया है जो कोल्हापुर सरीसृप विशेषज्ञ वरद गिरि के नाम पर रखा गया है। इससे पहले ऐसी छिपकली की ख़ोज 130 साल पहले की गई थी। NCBS के मुताबिक ये कई सालों ख़ोज का रिज़ल्ट है। इस प्रजाति का नाम गिरि की भारतीय सरीसृप विज्ञान में योगदान पर रखा गया है।

ये छिपकली 6-7 सेमी लंबी होती है, जो मुंबई और उसके आस पास के समुद्री इलाक़ो के पास पाई जाती है।