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अपने भावुक भाषण में अखिलेश ने लगाया अमर सिंह पर साजिश का आरोप

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को लेकर जहां सफाई दी, वहीं पार्टी में चल रही खींचतान के लिये उन्होंने अमर सिंह को ही ज़िम्मेदार ठहराया।

Updated on: 24 Oct 2016, 11:53 AM

लखनऊ:

समाजवादी पार्टी में चल रहे विवाद को सुलझाने को लेकर बुलाई गई बैठक में आरोप-प्रत्यारोप और इमोशनल ड्रामा का दौर रहा। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को लेकर जहां सफाई दी, वहीं पार्टी में चल रही खींचतान के लिये उन्होंने अमर सिंह को ही ज़िम्मेदार ठहराया।

अपने संबोधन के दौरान अखिलेश यादव का आवाज़ कई बार रुंधी, और रुंधे हुए गले से उन्होंने कहा कि अमर सिंह के बयान वो आहत हुए थे। जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं नवम्बर में सीएम नहीं रहूँगा।

अपने भाषण में अखिलेश ने आरोप लगाया कि पार्टी में उनके पक्ष को नहीं सुना जा रहा है, और पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह से अपील भी की कि उनकी बात सुनी जाए। साथ ही उन्होंने सफाई भी दी कि पार्टी तोड़ने की बात उन्होंने कभी नहीं की।

अखिलेश ने कहा कि नई पार्टी बनाने का सवाल ही नहीं उठता है। जो सरकार बनी थी वो नेताजी के नाम पर बनी थी और पार्टी सौ प्रतिशत उन्हीं की है। उन्होंने कहा कि एक बेटे और मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाई है। नेताजी जो फैसला लेंगे वो उसे वो मानेंगे।

लेकिन अखिलेश ने ये ज़रूर कहा कि चुनावों में पार्टी के उम्मीदवार तय किये जाने के वक्त उनकी बात ज़रूर सुनी जाए और टिकट बंटवारे में उनसे मशविरा लिया जाये।

उन्होंने कहा कि पार्टी के घोषणा पत्र में जो भी वादे किये गए थे उसे पूरा करने की कोशिश की है।