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प्यू के सर्वे के मुताबिक दुनिया में सबसे कम पढ़ा-लिखा समुदाय है हिंदू समुदाय

धर्म के आधार पर हिंदू सबसे कम शिक्षित धार्मिक समूहों में शुमार होते हैं। प्यू की हालिया शोध के मुताबिक हालांकि हाल के दशकों में शिक्षा के क्षेत्र में हुए उल्लेखनीय बदलाव के बाद भी हिंदुओं में शिक्षा की दर सबसे कम है।

Updated on: 14 Dec 2016, 07:39 PM

highlights

  • दुनिया में धर्म के आधार पर हिंदू सबसे कम शिक्षित धार्मिक समूहों में शुमार होते हैं
  • हाल के दशकों में शिक्षा के क्षेत्र में हुए उल्लेखनीय बदलाव के बाद भी हिंदुओं में शिक्षा की दर सबसे कम है

New Delhi:

धर्म के आधार पर हिंदू सबसे कम शिक्षित धार्मिक समूहों में शुमार होते हैं। प्यू की हालिया शोध के मुताबिक हालांकि हाल के दशकों में शिक्षा के क्षेत्र में हुए उल्लेखनीय बदलाव के बाद भी हिंदुओं में शिक्षा की दर सबसे कम है।

प्यू ने कहा, 'हिंदुओं ने हाल के दशकों में शिक्षा के क्षेत्र में काफी तरक्की की है। सर्वे में 25 साल और उससे अधिक के हिंदू युवा समूहों को शामिल किया गया।' धर्म के आधार पर शिक्षा के स्तर को लेकर कराए गए सर्वे में यहूदी सबसे ऊपर रहे वहीं हिंदू इस सूची में सबसे निचले पायदान पर रहे।

वैश्विक स्तर पर स्कूल जाने की औसत उम्र 5.6 साल है और 41 फीसदी हिंदुओं के पास किसी तरह की कोई औपचारिक शिक्षा नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक हिंदुओं में हर दस में से एक व्यक्ति के पास पोस्ट सेकेंडरी की डिग्री है।

रिपोर्ट के मुताबिक यहूदी दुनिया के सबसे अधिक शिक्षित धार्मिक समूह है। वहीं हिंदुओं में स्त्री और पुरुषों के बीच शिक्षा के अनुपात में बहुत बड़ा असंतुलन है। सर्वे में 151 देशों को शामिल किया गया।

रिपोर्ट बताती है, 'मुस्लिम महिलाओं के स्कूल में रहने की औसत अवधि 4.9 साल है जबकि मुस्लिम लड़कों के स्कूल में रहने की औसत अवधि 6.4 साल है। हिंदू महिलाओं में औपचारिक शिक्षा का स्तर काफी खराब है। हिंदू लड़कियों के स्कूल जाने की औसत अवधि 4.2 साल है जबकि हिंदू लड़कों के स्कूल में रहने की औसत उम्र 6.9 साल है।'

हिंदुओं की बड़ी आबादी हिंदुस्तान (94 फीसदी), नेपाल (2.3 फीसदी) और बांग्लादेश (1.2 फीसदी) में रहती है।

रिपोर्ट बताती है कि हिंदुस्तान, नेपाल और बांग्लादेश में हिंदुओं की बड़ी आबादी रहती है लेकिन इन देशों में उनके बीच शिक्षा का स्तर काफी खराब है। हिंदुस्तान में हिंदुओं के स्कूल में रहने की औसत अवधि 5.5 साल है जबकि नेपाल और बांग्लादेश में यह क्रमश: 3.9 फीसदी और 4.6 फीसदी है। हालांकि एशिया प्रशांत जैसे कम आबादी वाले क्षेत्रों में हिंदुओं के बीच शिक्षा का स्तर अपेक्षाकृत बेहतर है।