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सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल, राजनाथ ने कहा- देश के सम्मान को ठेस पहुंचाने की इजाजत नहीं देगी सरकार

भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्ते तल्ख हैं। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि मोदी सरकार किसी को भी भारत के सम्मान को ठेस पहुंचाने की इजाजत नहीं देगी। देश के प्रत्येक नागरिक को सशस्त्र सेनाओं में भरोसा है।

Updated on: 05 Oct 2016, 12:19 AM

करगिल:

भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्ते तल्ख हैं। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि मोदी सरकार किसी को भी भारत के सम्मान को ठेस पहुंचाने की इजाजत नहीं देगी। देश के प्रत्येक नागरिक को सशस्त्र सेनाओं में भरोसा है।

उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी शिविरों पर किये गए सर्जिकल स्ट्राइक पर कुछ वर्गों द्वारा संदेह व्यक्त करने के बारे सवालों को सिरे से खारिज कर दिया। सिंह ने कहा, 'मैंने ऐसा कोई बयान नहीं पढ़ा है। देश के बच्चे-बच्चे को सेना पर भरोसा है, गर्व है और रहेगा।'

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राजनाथ सिंह ने कहा, 'हमारी सरकार किसी भी कीमत पर किसी को भी देश के सम्मान और इज्जत को ठेस पहुंचाने की इजाजत नहीं देगी। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि देश का सिर हमेशा ऊंचा रहे।'

 

गृहमंत्री लद्दाख, करगिल की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा देने की मांग के बारे में पूछे जाने पर राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने कश्मीर, जम्मू और लद्दाख के लोगों की बात सुनी है लेकिन इस बारे में कोई भी निर्णय सहमति के आधार पर ही लिया जायेगा।

इस बीच भाजपा की सहयोगी पीडीपी ने लेह जिले के प्रमुख ताशी ग्यालसन को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। ग्यालसन ने गृह मंत्री के समक्ष पेश एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया था जिसमें लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा देने की मांग की गई है।

पीडीपी का कहना है कि वह किसी भी परिस्थिति में राज्य को विभाजित करने के कदम को मंजूरी नहीं दे सकती है।