चीन-पाक सीमा के पास बनाई जाएगी रणनीतिक रेल लाइनें
रेल राज्य मंत्री राजेन गोहाईं ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने इस योजना का खाका बुना है।
नई दिल्ली:
केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है कि चीन और पाकिस्तान की सीमा के आस-पास रणनीतिक रेल लाइनों का निर्माण किया जाएगा। सरकार ने ये जानकारी बुधवार को लोकसभा में दी। रेल राज्य मंत्री राजेन गोहाईं ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने इस योजना का खाका बुना है।
मंत्रालय ने 14 रणनीतिक लाइनों के निर्माण की योजना बनाई है। मिसामारी-टेंगा-तवांग लाइन 378 किलोमीटर की होगी। बिलासपुर-मनाली-लेह लाइन 498 किलोमीटर लंबी होगी। पासीघाट-तेजू-रुपाई लाइन 227 किमी की दूरी मापेगी और लखीमपुर-बेम-सिलापत्थर लाइन की लंबाई 249 किलोमीटर होगी। पहले चरण में इन्हीं चार लाइनों का निर्माण किया जाएगा।
हांलांकि गोहाईं ने यह भी बताया कि इन परियोजनाओं के लिए अब तक धन का आवंटन नहीं किया गया है। चूंकि हिमालय के ये इलाके बेहद दुर्गम हैं, सो पहले इन लाइनों के आस-पास अध्ययन किया जाएगा। फाइनल लोकेशन सर्वे के हिसाब से इस काम में 345 करोड़ खर्च होने रक्षा मंत्रालय ने इस मद में 87.18 करोड़ रुपये आवंटित कर दिए हैं।
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