logo-image

मुलायम सिंह की बात मानने को अखिलेश सशर्त तैयार, नेताजी से मांगा प्रदेश अध्यक्ष पद

मुझे टिकट बंटवारे का हक मिले- अखिलेश यादव

Updated on: 16 Sep 2016, 04:31 PM

नई दिल्ली:

समाजवादी पार्टी में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी के लखनऊ दफ्तर में पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव कार्यकर्ताओं को ये समझा रहे थे कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं है वहीं दूसरी तरफ लखनऊ में ही एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में अखिलेश यादव की नाराजगी सबके सामने आ गई।

'टीवी चैनल से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा दीपक सिंघल को सचिव पद से क्यों हटाया गया ये मेरे चाचा शिवपाल यादव भी अच्छे से जानते हैं और उन्हें ये सबको बताना चाहिए। पारिवारिक झगड़े की वजह से पार्टी के बिखर जाने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि वो किसी भी बाहरी व्यक्ति को पार्टी और परिवार के बीच में नहीं आने देंगे और झगड़ा मुझसे नहीं मेरे पद को लेकर हैं।

पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को फिर से मंत्री पद पर बहाल करने के मुलायम सिंह के फैसले पर सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि वो नेता जी की हर बात मानने को तैयार हैं लेकिन फिर नेताजी यानि की मुलायम सिंह यादव को भी उन्हें टिकट बंटवारे का हक देना पड़ेगा इसका सीधा सा अर्थ ये है कि अखिलेश चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने से बेहद नाराज हैं और वो अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अपने हिसाब से उम्मीदवारों का चयन करना चाहते हैं।

सरकार में मुलायम सिंह के ज्यादा दखल के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा हां कुछ फैसले मैं उनसे पूछकर लेता हूं और कुछ फैसले अपने हिसाब से भी करता हूं जो कई लोगों को पसंद नहीं आते हैं।