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नोटबंदी पर चर्चा के लिए अगले 3 दिन संसद में मौजूद रहेंगे पीएम मोदी, कांग्रेस-बीजेपी ने सांसदों को जारी किया व्हिप

नोटबंदी पर एकजुट विपक्षी दलों और सरकार के बीच तनातनी जारी है।

Updated on: 14 Dec 2016, 07:19 AM

highlights

  • सरकार ने कहा, अगले 3 दिन संसद में उपस्थित रहेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
  • बीेजपी-कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने के लिए जारी किया व्हिप
  • नोटबंदी से लोगों को हो रही परेशानियों को मुद्दा बनाते हुए विपक्षी दल कर रहे हैं हंगामा

नई दिल्ली:

नोटबंदी पर एकजुट विपक्षी दलों और सरकार के बीच तनातनी जारी है। इस बीच केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी तीन दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे।

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी कर तीन दिनों तक सदन में उपस्थित रहने के लिए कहा है।

उम्मीद की जा रही है कि संसद में जारी गतिरोध पर लगाम लग सकती है। संसद का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर तक चलेगा।

इस बीच कांग्रेस ने भी राज्यसभा और लोकसभा के अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने के लिए कहा है। बुधवार सुबह साढ़े बजे पार्टी के सांसदों की बैठक होगी, जिसमें शीतकालीन सत्र के बचे हुए दिनों को लेकर रणनीति तय की जाएगी।

16 नवंबर से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र का ज्यादा समय हंगामे में गुजरा है। विपक्षी दल नोटबंदी से हो रही आम लोगों की परेशानी को मुद्दा बनाते हुए सदन में हंगामा कर रहे हैं। विपक्षी दलों की मांग है कि प्रधानमंत्री की उपस्थिति में सदन में चर्चा हो। कांग्रेस ने वोटिंग के तहत सदन में चर्चा की मांग की है। जबकि सरकार इसपर राजी नहीं है।

कांग्रेस, टीएमसी, बीएसपी, जेडीयू, डीएमके और एसपी शुरूआत से ही नोटबंदी का विरोध कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि नोटबंदी के कारण अब तक 100 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी है। लोगों का रोजगार छिन रहा है। वहीं टीएमसी ने केंद्र सरकार के फैसले को तानाशाही करार दिया है।

मंगलवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'ये लोग (सत्ता पक्ष) मुझे बोलने नहीं दे रहे, अगर बोलने देंगे तो पूरा समझ दूंगा कि नोटबंदी का मकसद क्या था। पीएम घबराए हुए हैं, वह संसद में जवाब नहीं दे रहे हैं। पूरे देश में भाषण दे रहे हैं, लेकिन संसद में नहीं बोल रहे हैं। वह किसी को सुनना नहीं चाहते, जैसे राजा होता है ना, वह सिर्फ बोलना चाहता है।' 

उन्होंने आरोप लगाया है कि नोटबंदी के फैसले से प्रधानमंत्री ने कालेधन के खिलाफ नहीं बल्कि गरीबों के खिलाफ जंग छेड़ा है।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के दीसा में किसान रैली को संबोधित करते हुए कहा था, 'विपक्ष संसद में बोलने नहीं देता है, इसलिए जनसभा में बोल रहा हूं।' उन्होंने कहा, 'सरकार कहती है कि पीएम बोलने के लिए तैयार हैं लेकिन उन्हें मालूम है उनका झूठ टिक नहीं पाएगा इसलिए वो चर्चा से भाग जाते हैं।'

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