logo-image

उत्तर प्रदेश में महागठबंधन! सीटों को लेकर सपा और कांग्रेस में नहीं बन रही बात

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन को लेकर बात बनती दिखाई दे रही है।

Updated on: 24 Dec 2016, 05:33 PM

highlights

  • उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सपा, कांग्रेस और आरएलडी के बीच सीटों को लेकर बात अटक गई है
  • खबरों के मुताबिक 100 सीटों की मांग के बावजूद सपा, कांग्रेस को 80 से ज्यादा सीट देने को तैयार नहीं है

New Delhi:

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन को लेकर बात बनती दिखाई दे रही है। खबरों के मुताबिक समाजवादी पार्टी कांग्रेस को 70-75 सीटें देने के बारे में विचार कर रही है वहीं अजित सिंह की राष्ट्रीय लोक दल को 20 सीटें देने का प्रस्ताव किया गया है।

हालांकि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में चुनाव पूर्व गठबंधन की खबरों को खारिज कर दिया है। समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को खारिज करते हुए कहा कांग्रेस ने कहा कि विपक्ष जान-बूझकर इस बारे में अफवाह फैला रहा है।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा, 'विपक्ष गठबंधन को लेकर अफवाह फैला रहा है।' बब्बर ने कहा कि गठबंधन को लेकर कांग्रेस के किसी बड़े नेता से कोई बात नहीं हो रही है।

राज बब्बर ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में कांग्रेस वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी की सफलता से हताश विपक्ष गठबंधन को लेकर अफवाह फैला रहा है। इसलिए आप लोग इस तरह की भ्रामक खबरों को दरकिनार कर 2017 के विधानसभा चुनाव में जुट जाएं ताकि हम उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बना पाएं।' इससे पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन तय होने को लेकर खबर आई थी।

2017 में उत्तर प्रदेश की 403 सीटों पर चुनाव होना है। समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन को मूर्त रूप देने की कोशिश के तहत दोनों दलों को साथ लाने की कोशिश की है।

खबरों के मुताबिक अखिलेश यादव ने कांग्रेस को इससे अधिक सीटों को दिए जाने की संभावना को खारिज कर दिया है। कांग्रेस महागठबंधन के तहत 100 सीटों की मांग कर रही है।
वहीं समाजवादी पार्टी कांग्रेस और आरएलडी को 100 सीटें देने के पक्ष में है। पिछले विधानसभा चुनाव में सपा को कुल 224 सीटों पर जीत मिली थी।

बिहार विधानसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में भी महागठबंधन को लेकर कवायद तेज हुई है। 2012 के चुनाव में सपा को कुल 29.13 फीसदी वोट मिला था जबकि कांग्रेस को 11.65 फीसदी वोट मिला था। वहीं आरएलडी को 2.33 फीसदी वोट मिले थे। वहीं बीएसपी को 25.91 फीसदी वोट मिला था जबकि बीजेपी को 15 फीसदी वोट मिले थे।

कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह और अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। खबरों के मुताबिक सपा उत्तर प्रदेश में 303 सीटों पर जबकि कांग्रेस 78 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कुछ दिनों पहले जब अखिलेश यादव से गठबंधन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था, 'हमने गठबंधन का फैसला नेताजी पर छोड़ दिया है।' इससे पहले भी एक साक्षात्कार में अखिलेश ने कहा था, 'सांप्रदायिक दलों को सत्ता से बाहर किए जाने के लिए हमें समान विचारधारा वाले दलों से हाथ मिलाने में कोई गुरेज नहीं है।'

गौरतलब है कि कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुलायम सिंह से मुलाकात के बाद दोनों दलों में चुनाव पूर्व गठबंधन को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी थीं। हालांकि दोनों दल इससे इनकार कर रहे थे।

दोनों दलों के बीच होने वाल गठबंधन इस लिहाज से भी अहम है कि सपा और कांग्रेस दोनों ने ही अपने मुख्यमंत्री के उम्मीदवार की घोषणा कर चुकी है। सपा जहां अखिलेश यादव को अपनी पार्टी का चेहरा बना चुकी है वहीं कांग्रेस ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित कर रखा है।