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चीनी नावों की सुरक्षा के मद्देनज़र पकड़ा गया था अमेरिकी ड्रोन: चीन

चीनी अधिकारियों ने कहा कि नावों की आवाजाही में कोई बाधा ना पहुंचे, इसी वजह से ड्रोन को कब्जे में लिया गया था।

Updated on: 19 Dec 2016, 10:07 AM

New Delhi:

अमेरिका और चीन के बीच ड्रोन के मसले पर अभी भी पलटवार जारी है। चीन ने कहा है कि अपने नावों की सुरक्षा के मद्देनज़र अमेरिकी ड्रोन को कब्ज़े में लिया था। चीनी अधिकारियों ने कहा कि नावों की आवाजाही में कोई बाधा ना पहुंचे, इसी वजह से ड्रोन को कब्जे में लिया गया था। उनके मुताबिक़ यह बेहद व्यावसायिक और जिम्मेदार फैसला था। चीन अब इसे लौटाने को तैयार हो गया है। शनिवार को दक्षिणी चीन सागर में चीन की नेवी ने एक अमेरिकन पनडुब्बी को पकड़ा था, जिसके बाद दोनों देशों में काफी तनातनी हुई।

हांलांकि पकड़े गए पनडुब्बी पर हालांकि किसी देश का नाम नहीं लिखा हुआ था। बाद में अमेरिका ने माना कि ये उनका ड्रोन था और अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक जब्त की गई पनडुब्बी का मकसद समुद्र विज्ञान के लिए लवणता, तापमान और पानी की स्पष्टता से जुड़े आंकड़ों को जमा करना था।

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ट्रंप ने ट्वीट कर कहा था, "चीन ने अंतर्राष्ट्रीय जलसीमा में अमेरिका के नौसेना अनुसंधान ड्रोन को चुरा लिया है।" ट्रंप ने आगे कहा, "हमें चीन को यह बताना चाहिए कि हमें चुराया गया ड्रोन नहीं चाहिए, वह उसे रख ले।"