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नोटबंदी : पुलिस ने कहा, नहीं हुआ रिजर्व बैंक के आगे कोई लाठीचार्ज

नोटबंदी के बाद एक ओर जहां आम लोग पैसों के लिए बैंकों के आगे लंबी-लंबी लाइनों में घंटों बिता रहे हैं वहीं, दूसरी ओर पुलिस और प्रशासन को भी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।

Updated on: 15 Nov 2016, 11:15 PM

नई दिल्ली:

पुलिस ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के आगे 500 और 1000 रुपये के नोट बदलवाने के लिए खड़े लोगों पर लाठीचार्ज के आरोपों से इंकार किया है। पुलिस और कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक किसी भी प्रकार का लाठीचार्ज नहीं हुआ। कई बार जरूर कुछ उपद्रवियों को काबू में रखने के लिए हल्के बल का प्रयोग करना पड़ता है।

एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया, स्थिति सामान्य थी और वहां लाठीचार्ज नहीं हुआ। वहां खड़ी पुलिस ने केवल लोगों को पंक्ति में खड़ा होने के लिए कहा था। उन्हे बल का इस्तेमाल नहीं करना पड़ा। पुलिस का यह काम है कि वह ये सुनिश्चित करे कि बैंक के बाहर सबकुछ ठीक हो और लोग लाइन में खड़े रहें।

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एक और पुलिस अधिकारी ने बताया, 'कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ। बैंक बंद हो रहा था और फिर भी लोग जाने को तैयार नहीं थे। हमने उन्हें बताया कि बैंक बंद हो रहा है और अब कोई लेन-देन का काम नहीं होगा और वे जा सकते हैं।'

गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद एक ओर जहां आम लोग पैसों के लिए बैंकों के आगे लंबी-लंबी लाइनों में घंटों बिता रहे हैं वहीं, दूसरी ओर पुलिस और प्रशासन को भी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।

हालांकि, इन सबके बीच पिछले कुछ दिनों में कई जगहों से लोगों के बीच मारपीट, बहस की खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और मऊ में लोगों के पुलिस से उलझने की भी बात सामने आ चुकी है।

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