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सहारा डायरी में नाम आने के बाद शीला दीक्षित के यूपी में कांग्रेस का चेहरा बने रहने पर सवाल

सहारा डायरी में नाम आने के बाद उत्तर प्रदेश में शीला दीक्षित का कांग्रेस का मुख्यमंत्री का चेहरा बने रहने पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं।

Updated on: 26 Dec 2016, 11:50 PM

नई दिल्ली:

सहारा डायरी में नाम आने के बाद उत्तर प्रदेश में शीला दीक्षित का कांग्रेस का मुख्यमंत्री का चेहरा बने रहने पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं।

सूत्रों का कहना है कि पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निजी भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के बाद पार्टी पूरी तरह से प्रधानमंत्री को घेरने की तैयारी में है। ऐसे में पार्टी शीला दीक्षित के नाम को हटा सकती है।

हालांकि शीला दीक्षित के करीबियों का कहना है कि वो अपने तय कार्यक्रम के अनुसार पार्टी के लिये प्रचार करेंगी।

सहारा डायरी को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से हमलावर हो गई है और उसने मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। पार्चटी के प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि डायरी में जिन लोगों के नाम हैं उन सबके खिलाफ जांच कराई जानी चाहिये।

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने सहारा डायरी में आए अपने नाम और उन पर लगे आरोपों को खारिज कर दिया है।

हाल ही में कांग्रेस ने सहारा डायरी में आए नाम की पूरी सूची ट्विटर पर जारी कर दी थी और उस सूची में शीला दीक्षित का भी नाम है।

शीला दीक्षित ने कहा है, "इसमें नाम मात्र की भी सचाई नहीं है। मैं इन आरोपों को सिरे से खारिज करती हूं।"

उन्होंने कहा थी कि कांग्रेस का सूची को ट्विटर पर जारी करना "आश्चर्य" की बात है।