logo-image

कांशीराम की पुण्यतिथि पर BSP की महारैली, मोदी-अखिलेश पर बरसीं मायावती

बीएसपी के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित महारैली में मायावती ने राज्य और केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। ​मायावती ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर केंद्र सरकार पर देरी का आरोप लगाया।

Updated on: 09 Oct 2016, 06:48 PM

लखनऊ:

बीएसपी के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित महारैली में  मायावती ने राज्य और केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। ​मायावती ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर केंद्र सरकार पर देरी का आरोप लगाया। मायावती ने कहा, 'सरकार ने सियासी फायदे के लिए इस वक्त सर्जिकल स्ट्राइक का फैसला लिया, समय पर फैसला लिया होता तो उड़ी हमला न हुआ होता।'

बसपा प्रमुख मायावती ने अखिलेश सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि कार्यकाल पूरा होने वाला है लेकिन अब तक कोई काम नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार को गरीबों की परवाह नहीं है, इन पर भ्रष्ट लोगों का दबाव है। उत्तर प्रदेश में गुंडों का राज है। 

मायावती ने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि महिलाओं और बुज़ुर्गों की हालत बहुत ख़राब हो गई है। शासन में भ्रष्ट तंत्र का बोलबाला हो गया है और करोड़ों रुपए विज्ञापनों में खर्च कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यूपी में हालात राष्ट्रपति शासन लगने लायक हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि मोदी के वादे खोखले हो गए हैं और केंद्र ने भी यूपी के विकास पर ध्यान नहीं दिया। केंद्र ने अपने एक चौथाई वादे भी पूरे नहीं किए हैं, आरक्षण के मामले में केंद्र ने अनदेखी की है।

बसपा सुप्रीमो ने सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'यूपी में चहेते लोगों को दबदबा बना रहता है। मौजूदा सरकार हमारी योजनाओं का नाम बदलकर चला रही है'  मायावती ने कहा कि 'पीएम मोदी ने 100 दिन में काला धन वापस लाने का वादा किया था। क्या उनके वादे के मुताबिक आप सबको अभी तक नौकरी मिल पाई है?'

साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी शासित राज्यों में दलितों का उत्पीड़न हुआ है उनके साथ भेद-भाव किया गया। मुसलमानों के साथ पक्षपात वाला रवैया,  मुस्लिम समुदाय को ख़ौफ में जीने के लिए मजबूर कर रहा है। देश में लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी और बीजेपी द्वारा किए गए वादे जुमले और हवा हवाई वादे बनकर रह गए। सरकार में आने के बाद से गोरक्षा के नाम पर दलितों का उत्पीड़न हो रहा है।

बीएसपी का दावा है कि इस रैली में पांच लाख से ज्यादा लोग पहुंचे हैं । रैली में भीड़ जुटाने के लिए बीएसपी के नेताओं ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। इस रैली में कार्यकर्ताओं को लाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए है। कार्यकर्ताओं को लाने के लिए 19 ट्रेन और 210 बस बुक की गई हैं। पिछले कई दिनों से पार्टी के नेता अलग-अलग क्षेत्रों में डेरा डाले हुए हैं। पार्टी ने दावा किया है कि रैली की भीड़ बता देगी जनता का समर्थन किसके साथ है।