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पाक-चीन कॉरिडोर के विरोध में जान भी देने को तैयार बलूच नेता

बलूचिस्तान में बन रहे CPECका इस कदर विरोध हो रहा है कि वह अपनी जान तक कुर्बान करने के लिए तैयार हैं।

Updated on: 13 Nov 2016, 03:17 PM

highlights

  • बलूचिस्तान में पाकिस्तान-चीन आर्थिक गलियारे का विरोध जारी
  • बलूच नेता हम्मल हैदर ने कहा, हम गलियारे का किसी भी कीमत पर विरोध करेंगे
  • नवाज शरीफ गलियारे का करेंगे उद्घाटन

नई दिल्ली:

बलूचिस्तान में बन रहे पाकिस्तान- चीन आर्थिक गलियारे (CPEC) का इस कदर विरोध हो रहा है कि वह अपनी जान तक कुर्बान करने के लिए तैयार हैं। बलूच नेता हम्मल हैदर ने कहा, 'हम विरोध जरूर करेंगे फिर चाहे पाकिस्तान कितने ही मासूम नगारिकों और ऐक्टिविस्टों की जान लेता रहे। हमें इससे फर्क नहीं पड़ेगा।'

हैदर ने कहा, 'हम गलियारे का किसी भी कीमत पर विरोध करेंगे। यह हमारे लिए जिंदगी और मौत का सवाल है।' उन्होंने पाकिस्तान से अलग ब्लूचिस्तान की मांग को बुलंद करते हुए कहा, 'आज नवाज शरीफ CPEC का उद्घाटन करेंगे। हम उन्हें और पाकिस्तानी सेना को साफ संदेश देना चाहते हैं कि बलूचिस्तान बलोचियों का है।'

पाकिस्तान में CPEC का विरोध लंबे समय से हो रहा है। हाल के महीनों में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के गिलगित-बाल्टिस्तान में सीपीईसी के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिले।

गिलगित-बाल्टिस्तान के लोगों का कहना है कि सीपीईसी के जरिए उनके क्षेत्र के जल संसाधनों का दोहन किया जाएगा, जिसका फायदा सिर्फ पाकिस्तान को ही होगा।

क्या है CPEC?

ये बड़ी वाणिज्यिक परियोजना है जिसका उद्देश्य दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान से चीन के उत्तर-पश्चिमी स्वायत्त क्षेत्र शिंजियांग तक ग्वादर बंदरगाह, रेलवे और हाइवे के माध्यम से तेल और गैस की कम समय में वितरण करना है।

आर्थिक गलियारा चीन-पाक संबंधों में केंद्रीय महत्व रखता है, गलियारा ग्वादर से काशगर तक लगभग 2442 किलोमीटर लंबा है। परियोजना तैयार होंने में कई साल लगेंगे इस पर कुल 46 बिलियन डॉलर लागत का अंदाजा लगाया गया है।