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नोटबंदी से कालाधन कम नहीं होने वाला, नीतीश कुमार ना करें नोटबंदी का समर्थन: मेधा पाटेकर

नोटबंदी के फैसले का समर्थन कर रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से समाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने अपने समर्थन पर फिर से विचार करने का आग्रह किया है

Updated on: 04 Dec 2016, 08:55 AM

highlights

  • यह नोटबंदी नहीं नोटवापसी है: मेधा पाटकर
  • बिहार के मुख्यमंत्री से नोटबंदी का समर्थन नहीं करने की अपील की
  • मोदी सरकार की वजह से लोकतंत्र पर हमले बढ़े हैं

पटना:

नोटबंदी के फैसले का समर्थन कर रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से समाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने अपने समर्थन पर फिर से विचार करने का आग्रह किया है। नर्मदा आंदोलन का नेतृत्व करने वाली मेधा पाटकर ने मुख्यमंत्री से नोटबंदी का समर्थन नहीं करने की अपील की है।

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नर्मदा बचाओ आंदोलन का नेतृत्व करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने शनिवार को कहा, 'नोटबंदी का कालाधन से कोई लेनादेना नहीं है। कालाधन जिसके पास था, उन लोगों ने प्रॉपर्टी में लगा रखा है। बिना तैयारी के नोटबंदी करके आम लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी गई हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नोटबंदी का समर्थन नहीं करना चाहिए था। उन्हें इस पर फिर से विचार करना चाहिए।'

साथ ही मेधा पाटकर ने बिहार में शराबबंदी की प्रशंसा की, जबकि इसके कड़े प्रावधानों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि शराबबंदी सही कदम है, लेकिन इसे लागू करने के लिए जिस कड़े प्रावधानों को लागू किया गया है, वह गलत है।

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मेधा ने केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केन्द्र में जब से नरेंद्र मोदी की सरकार बनी है, लोकतंत्र पर हमले बढ़े हैं। देश के विश्वविद्यालय में भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अपने छात्र संगठनों को स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं और वहां का माहौल बिगाड़ रहे हैं।