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अमेरिका का बड़ा रक्षा साझेदार बनेगा भारत, दोनों के बीच बनी सहमति

अमेरिका के रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर और भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की मुलाकात के दौरान दोनों देशों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को विस्तार देने पर ज़ोर दिया।

Updated on: 08 Dec 2016, 10:29 PM

नई दिल्ली:

अमेरिका के रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर और भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की मुलाकात के दौरान दोनों देशों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को विस्तार देने पर ज़ोर दिया।

दोनों पक्षों ने रक्षा तकनीकी के क्षेत्र में सहयोग को अंतिम रूप दिया। साथ ही भारत को अमेरिका का "महत्वपूर्ण रक्षा सहयोगी" माना है।

दोनों रक्षा मंत्रियों की मुलाकात के बाद जारी एक बयान में कहा गया है, " हमने भारत को महत्वपूर्ण रक्षा सहयोगी के तौर पर माना है। ये भारत के लिये भी एक महत्वपूर्ण बात है। इससे दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ेगा और रक्षा तकनीकी भी साझा करे सकेंगे। ऐसे में भारत कुछ उन राष्ट्रों की सूची में आ गया है जो अमेरिका के मजदीकी सहयोगी हैं।"

अधिकारियों का कहना है कि दोनों देशों के बीच रक्षा तकनीकी की लाइसेंस को लेकर चल रही बातचीत को अंतिम रूप दिया गया है।

बयान में कहा गया है कि दोनों देशों ने क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर भी चर्चा की।

बयान में कहा गया है, " आतंकवाद के खिलाफ द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया गया और दोनों पक्षों में इस बात पर सहमति बनी है कि आतंकी संगठन को किसी भी तरह कोई प्रश्रय न मिल सके इसकी कोशिश की जाएगी।"

कार्टर ने कहा कि पर्रिकर के साथ यह सातवीं मुलाकात है और वह एक ऐसे रक्षा मंत्री हैं जिनके साथ मैंने सबसे ज्य़ादा बार मुलकात की है।

मुलाकात के दौरान कार्टर ने कहा, "आज हमारे रक्षा संबंधों ने एक बड़ा कदम लिया है क्योंकि हम भारत को एक रक्षा साझेदार मानते हैं।"

कार्टर ने कहा कि आज हमारे बीच रक्षा संबंध उस स्तर पर पुहंचा है जहां हम भारत को अपना रक्षा सहयोगी बनाया है।