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पीएम ने चुनाव आयोग को राजनीतिक दलों पर पारदर्शिता लाने के लिए दबाव डालने को कहा

इस रैली में उन्होंने चुनाव आयोग के उस फैसले को सही ठहराया जिसमें उसने कहा था कि सभी राजनीतिक दल अपने चंदे का स्रोत बताएं।

Updated on: 19 Dec 2016, 06:09 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कानपुर में परिवर्तन रैली को संबोधित किया। इस रैली में उन्होंने चुनाव आयोग के उस फैसले को सही ठहराया जिसमें उसने कहा था कि सभी राजनीतिक दल अपने चंदे का स्रोत बताएं। मोदी ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि वह राजनीतिक दलों पर चंदे के मामले में पारदर्शिता को लेकर दबाव बनाए।

मोदी ने कहा, 'मैं सभी नेताओं से आग्रह करता हूं कि देश ईमानदारी की उम्मीद करता है। राजनीतिक दलों के खिलाफ अविश्वास है। इसलिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि लोगों को हम अपनी ईमानदारी पर भरोसा दिलाएं।'

मोदी ने कहा, 'मैंने कहा कि इस पर चर्चा करें कि राजनीतिक दलों को किस तरह से चंदा लेना चाहिए। मैं चुनाव आयोग से आग्रह करता हूं कि इसे आगे बढ़ाएं, दलों पर दबाव डालें..हमारी सरकार देश के हित में जो भी फैसला लिया जाएगा, उसे लागू करेगी।' प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा है कि उनकी सरकार ने राजनीतिक दलों के चंदे से जुड़े कानून में कोई बदलाव नहीं किया है।

चुनावों में काले धन के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए चुनाव आयोग ने सरकार से कानूनों में संशोधन की मांग की थी। चुनाव आयोग कहना था कि राजनीतिक दल 2,000 रुपये से ज्यादा के चंदों का स्रोत बताएं। आयोग ने सरकार को भेजे अपने सुझाव में कहा है कि पार्टियों को 2 हजार रुपये से ज्यादा के 'गुप्त' चंदे मिलने पर रोक लगनी चाहिए।

8 नवंबर से केंद्र सरकार ने 500 और 1000 के पुराने नोटों को अवैध घोषित कर दिया है। जिसके बाद आयकर विभाग के छापे में कई राजनेताओं के घर से भारी मात्रा में नए नोट मिले थे।