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अम्मा के रहते ही 'चिनम्मा' बन गई थीं शशिकला

एआईएडीएमके के प्रोपेगेंडा सेक्रेटरी और लोकसभा में डिप्टी स्पीकर एम थंबीदुरई ने पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की करीबी सहयोगी वी के शशिकला से पार्टी का नेतृत्व संभालने की अपील की है।

Updated on: 11 Dec 2016, 03:54 PM

highlights

  • लोकसभा डिप्टी स्पीकर एम थंबीदुरई ने शशिकला से अन्नाद्रमुक की कमान संभालने की अपील की
  • थंबीदुरई ने कहा कि उन्होंने जयललितता की जिंदगी में ही शशिकला को चिनम्मा बुलाना शुरू कर दिय था

New Delhi:

एआईएडीएमके के प्रोपेगेंडा सेक्रेटरी और लोकसभा में डिप्टी स्पीकर एम थंबीदुरई ने पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की करीबी सहयोगी वी के शशिकला से पार्टी का नेतृत्व संभालने की अपील की है। रविवार को मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने शशिकला से पार्टी को नेतृत्व देने की गुहार लगाई।

रविवार को बयान जारी कर थंबीदुरई ने कहा कि चिनम्मा (शशिकला) के पास पार्टी को नेतृत्व देने की क्षमता और अनुभव है। थंबीदुरई ने कहा, 'चिनम्मा करीब 35 सालों तक अम्मा के साथ रही हैं। उन्होंने अपनी जिंदगी में काफी त्याग किया है। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता की वजह से उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए और जेल भी जाना पड़ा। चिनम्मा ने अम्मा को कई खतरों से बचाया और अम्मा को सरकार और पार्टी चलाने के बारे में सलाह दी।'

थंबीदुरई ने कहा कि अम्मा ने उन्हें चुनाव के दौरान शशिकला के साथ काम करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा, 'चिनम्मा ने मुझे समय-समय पर सलाह और निर्देश दिया। उनके भीतर पार्टी को नेतृत्व देने की पूरी क्षमता है।'

उन्होंने कहा, 'शशिकला अम्मा के साथ कई वर्षों तक रही हैं। हमने उन्हें कई सालों पहले से ही चिनम्मा बुलाना शुरू कर दिया था। अम्मा को भी इस बारे में पता था और उन्होंने कभी भी इस बारे में आपत्ति दर्ज नहीं कराई। यह बताता है कि चिनम्मा ही एआईएडीएमके की असली उत्तराधिकारी है।'