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मुख्तार माई ने पाकिस्तान फैशन वीक में किया रैंप वॉक कहा, 'अन्याय होने पर हिम्मत नहीं हारनी चाहिए'

14 साल पहले पाकिस्तान में जिस महिला को सामुहिक बलात्कार कर बिना कपड़ो के घुमाया गया था, बुधवार को उसी महिला ने फैशन वीक में अपने आत्म विश्ववास का परिचय दिया है।

Updated on: 03 Nov 2016, 12:26 AM

नई दिल्ली:

14 साल पहले पाकिस्तान में जिस महिला को सामुहिक बलात्कार कर बिना कपड़ो के घुमाया गया था, बुधवार को उसी महिला ने फैशन वीक में अपने आत्म विश्ववास का परिचय दिया।इस महिला का नाम मुख्तार माई है जो पाकिस्तान की महिलाओं की सुरक्षा के लिए काम करती हैं।

मुख्तार माई ने कहा कि वो फैशन वीक में हिस्सा लेकर पाकिस्तान की महिलाओं में साहस और आशा कि किरण जगाना चाहती हैं। वो उनमें हिम्मत पैदा करना चाहती है। उन्होंने कहा,' मैं अपनी बहनों से कहना चाहती हूं कि अन्याय होने पर हिम्मत नहीं हारनी चाहिए क्योंकि एक दिन हमें न्याय जरूर मिलेगा।'

गौरतलब है कि जब मुख्तार माई 28 साल की थीं तब उन्हें पंचायत के एक भयाभह फैसला सुनाया था। दरअसल उनके भाई पर आरोप था कि उसने कबीले की प्रमुख जाति की महिला से अवैध संबंध बनाए थे। जिसकी सजा मुख्तार को मिली और कथित तौर पर उसके साथ सामुहिक दुष्कर्म किया गया और फिर पाकिस्तान के सड़को पर बिना कपड़ो के घुमाया गया।

अपने साथ हुई इस घटना से हार नहीं मानते हुए मुख्तार ने इंसाफ के लिए कानुनी लड़ाई लड़ी एक स्थानीय अदालत ने इस मामले में छह लोगों को सजा सुनाई लेकिन ऊपरी अदालत ने मार्च 2005 में इनमें से पांच को बरी कर दिया था और मुख्य अभियुक्त अब्दुल खालिक की सजा को उम्र कैद में बदल दिया था। सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई मुख्तार माई महिला अधिकारों के लिए चलने वाले अभियान का प्रतीक बन गई थी।