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UNGA में सुषमा स्वराज भाषण में उठा सकती हैं ये मुुद्दे

आज सबकी निगाहें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर टिकी हुई हैं। संयुक्त राष्ट्र में उनके भाषण को लेकर न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया को इंतज़ार है कि पाकिस्तान को आतंक के मुद्दे पर भारत किस तरह जवाब देता है।

Updated on: 26 Sep 2016, 07:10 PM

नई दिल्ली:

आज सबकी निगाहें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर टिकी हुई हैं। संयुक्त राष्ट्र में उनके भाषण को लेकर न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया को इंतज़ार है कि पाकिस्तान को आतंक के मुद्दे पर भारत किस तरह जवाब देता है।

संयुक्त राष्ट्र के अपने भाषण में सुषमा स्वराज उरी हमले में पाकिस्तान के हाथ होने के संबंध में भारत चिंताओं के साथ-साथ पाकिस्तान का हाथ होने के सुबूत भी पेश करेंगी।
पिछले हफ्ते उरी में हुए आंतंकी हमले में सेना के 18 सैनिक शहीद हो गए थे। जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में अपने भाषण में पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर अलग-थलग करने की बात कही थी।
देश उम्मीद कर रहा है कि सुषमा के भाषण से ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की शुरुआत होगी। नवाज़ शरीफ ने कश्मीर में चल रही अशांति के लिये भारत को जिम्मेदार ठहराया था। ऐसा माना जा रहा है कि एक अच्छे वक्ता के तौर पर सुषमा स्वराज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को माकूल जवाब देंगी।

आइए जानते हैं कौन सी ऐसी पांच बातें हैं जिन्हें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को संयुक्त राष्ट्र के अपने भाषण में पाकिस्तान के खिलाफ उठाना चाहिये।


1. पाकिस्तान आतंकवाद का पनाहगाह

भारत के “जवाब देने के अधिकार” के तहत भारत ने पाकिस्तान को “आतंक का पनाहगाह” करार दिया और “आतंकी राष्ट्र” भी कहा है। भारत ने कहा हा कि पाकिस्तान भारतीयों के खिलाफ आंतकी कार्रवाई कर “युद्ध अपराध” कर रहा है। भारत को इस संबंध में अपनी चिंताएं और सुबूतों को पेश करना चाहिये।

2. आतंकवाद भारत की प्राथमिक चिंता

भारत को अपना फोकस आतंकवाद पर ही रखना चाहिये। आतंकवाद विश्व शांति और सुरक्षा के लिये सबसे बड़ा खतरा बनता जा रहा है। ऐसे उम्मीद है कि विदेश मंत्री अपने भाषण में बताएंगी कि किस तरह भारत दशकों से सीमापार से हो रहे आतंकवाद से परेशान है।

3. आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन

भारत को बताना चाहिये कि आतंकवाद को संरक्षण देने की पाकिस्तान की नीति का असर भारत ही नहीं दुनिया के दूसरी जगहों पर भी पड़ रहा है। आतंकवाद से मासूमों और सैनिकों की हत्या मानवाधिकार का सबसे बड़ा उल्लंघन है, और इसे समर्थन देने वाले देशों द्वारा रोके जाने की ज़रूरत है।

4. पाकिस्तान एक आतंकी देश

संयुक्त राष्ट्र के मंच से भारत को मजबूती से दोहराना चाहिये कि पाकिस्तान एक आतंकी देश है, जो सहायता के रूप में मिलने वाली राशि से करोड़ों डॉलर पड़ासी देशों में आतं फैलाने के लिये आतंकवादियों को ट्रेनिंग देने और समर्थन करने में खर्च कर देता है। भारत पाकिस्तानी आतंकवाद से सबसे ज्यादा पीड़ित है, ऐसे में भारत अपने पड़ेसी देश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने में नहीं हिचकेगा।

5.भारत उरी को नहीं भुला सकता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा है, “18 सैनिकों की शहादत को भुलाया नहीं जा सकता। हम सुनिश्चित करेंगे कि विश्व समुदाय आपको अलग-थलग कर दे।” अब ये एक ऐसा मौका है जब भारत मजबूती से पूरी दुनिया को बताए कि उरी में हुए आतंकी हमले शहीद हुए 18 सैनिकों के बलिदान को भारत भुला नहीं सकता।