logo-image

ब्रिक्स में मोदी की टिप्पणी के बाद पाकिस्तान को मिला चीन का साथ

ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान को आतंक की जन्मभूमि करार दिए जाने के बाद चीन ने एक बार फिर से पाकिस्तान का बचाव किया है।

Updated on: 17 Oct 2016, 04:36 PM

नई दिल्ली:

ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान को आतंक की जन्मभूमि करार दिए जाने के बाद चीन ने एक बार फिर से पाकिस्तान का बचाव किया है। ब्रिक्स सम्मेलन के सभी सदस्य देशों ने आतंकवाद को वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए एकमत से गोवा घोषणापत्र को मंजूरी दी थी। 

मोदी की कोशिश कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की रही है और ब्रिक्स में ऐसा करने में भारत को आंशिक सफलता भी मिली। हालांकि अब चीन ने पाकिस्तान का बचाव करने के बाद वैश्विक मंच पर पाकिस्तान को अलग-थलग होने से बचा लिया है।

पाकिस्तान पर मोदी की टिप्पणी को लेकर पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'चीन सभी तरह के आतंक का विरोध करता है और आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आपसी सहयोग बढ़ाना चाहिए।'

चीन ने कहा, 'हम किसी भी देश, नस्ल और धर्म को आतंक से जो़ड़े जाने का विरोध करते हैं। चीन अपने इस रुख पर शुरू से कायम रहा है।' विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'हर कोई जानता है कि भारत और पाकिस्तान आतंकवाद के पीड़त रहे हैं और पाकिस्तान ने आतंक से लड़ने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। मेरा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसका सम्मान करना चाहिए।'

मोदी ने ब्रिक्स में चीन के सामने सीधे-सीधे पाकिस्तान को आतंकवाद की भूमि करार दिय़ा था। चीन संयुक्त राष्ट्र में भी भारत के खिलाफ पाकिस्तान की मदद करता आया है।