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नोटबंदी के बाद पहली बार आरबीआई करेगा समीक्षा बैठक, दरों में कटौती की उम्मीद

नोटबंदी के बाद पहली बार आरबीआई करेगा समीक्षा बैठक, दरों में कटौती की उम्मीद

Updated on: 03 Dec 2016, 10:26 AM

highlights

  • नोटबंदी के बाद पहली बार रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की समीक्षा करने जा रहा है
  • आरबीआई समीक्षा बैठक में ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती कर सकता है

 

New Delhi:

नोटबंदी के बाद पहली बार रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की समीक्षा करने जा रहा है। बाजार को उम्मीद है कि आरबीआई समीक्षा बैठक में ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती कर सकता है। 

8 नवंबर को नोटबंदी के फैसले को लागू किए जाने के बाद बैंकिंग सिस्टम में अभी तक करीब 9 लाख करोड़ रुपये आ चुके हैं। बैंकों के पास अतिरिक्त नकदी आने के बाद भी आरबीआई पर ब्याज दरों में कटौती का दबाव है। नोटबंदी के बाद आर्थिक ग्रोथ के पटरी से उतरने की संभावना के बाद आरबीआई से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद है।

इससे पहले सिटी ग्रुप ने रिपोर्ट जारी कर कहा था कि अगले हफ्ते होने वाली समीक्षा बैठक में आरबीआई ब्याज दरों में चौथाई प्रतिशत की कटौती कर सकता है। रिजर्व बैंक की अगली समीक्षा बैठक 7 दिसंबर को होगी।

रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष 2016-17 में भारत के जीडीपी में गिरावट आने की आशंका है और यह कम होकर 7 फीसदी के नीचे जा सकती है। नोटबंदी के बाद जहां कई रेटिंग एजेंसियां 2016-17 के लिए भारत के जीडीपी अनुमान में कटौती कर चुकी है।

हाल ही में फिच ने भारत के जीडीपी अनुमान में कटौती की है। मॉर्गन स्टैनली और बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच के बाद रेटिंग एजेंसी फिच ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को घटाकर 6.9 फीसदी कर दिया है। फिच ने इससे पहले वित्त वर्ष 2016 के लिए 7.4 फीसदी जीडीपी का अनुमान जाहिर किया था।

वहीं संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में भी 2016-17 के लिए 7.6 फीसदी जीडीपी अनुमान जाहिर किया गया है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट बताती है कि एशिया प्रशांत में भारत की ग्रोथ रेट सबसे ज्यादा होगी और यह चीन के साथ मिलकर वैश्विक अर्थव्यवस्था को गति देता रहेगा।

सिटी ग्रुप की रिपोर्ट के मुताबिक दूसरी तिमाही में जीडीपी में आई गिरावट और नोटबंदी के कारण अर्थव्यवस्था पर पड़े असर के बाद ग्रोथ रेट में कमी आ सकती है। इससे पहले रिजर्व बैंक के गवर्नर ऊर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति ने अक्‍टूबर में रीपो दर में 0.25 फीसदी की कटौती की थी।