एसवाईएल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में पंजाब के 42 कांग्रेस विधायको का इस्तीफा
सतलज यमुना नहर निर्माण पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पंजाब में इस मामले पर राजनीति तेज हो गयी है।
New Delhi:
सतलज यमुना नहर निर्माण पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पंजाब में इस मामले पर राजनीति तेज हो गयी है। इस फैसले के विरोध में पंजाब से कांग्रेस से 42 विधायकों समेत कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है।
इस मामले पर शुक्रवार को अमरिंदर स्पीकर को व्यक्तिगत तौर पर इस्तीफा सौंपेगे और सोनिया गांधी से मुलाकात करेगें।
हालांकि पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कांग्रेस पार्टी के विधायकों और सांसद अमरिंदर सिंह के इस्तीफे को ड्रामा करार दिया। उन्होनें कहा, 'हमारा मुख्य मकसद पानी को नहीं जाने देना है और हम इसके लिए कुछ भी करेंगे।'
इसे भी पढ़े: पानी बंटवारे पर बादल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानने से किया इनकार, कहा एक बूंद पानी भी नहीं देंगे
गौरतलब है कि सतलज यमुना नहर निर्माण मामले में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से हरियाणा के पक्ष में फैसला दिए जाने के बाद पंजाब सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानने से इनकार कर दिया है। पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने साफ कर दिया है कि उनकी सरकार किसी भी कीमत पर सतलज यमुना नहर का निर्माण नहीं होने देंगे।