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उत्तराखंड: मुस्लिमों के नमाज के लिए ब्रेक देने के फैसले पर विपक्ष ने साधा रावत सरकार पर निशाना

उत्तराखंड में हरीश रावत सरकार के मुस्लिमों को शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिए 90 मिनट का ब्रेक देने के फैसले पर राज्य में सियासत तेज हो गई है।

Updated on: 19 Dec 2016, 04:49 PM

नई दिल्ली:

उत्तराखंड में हरीश रावत सरकार के मुस्लिमों को शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिए 90 मिनट का ब्रेक देने के फैसले पर राज्य में सियासत तेज हो गई है। राज्य सरकार के इस फैसले को अन्य राजनीतिक दल चुनावी हथकंडा बता रहे हैं।

राज्य के मख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आपत्ति जताई। बीजेपी नेता नलिन कोहली ने कहा,'हरीश रावत सरकार का यह फैसला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। वोटों के लिए रावत सरकार किसी भी सीमा तक जाने को तैयार है, इसमें क्या लॉजिक है?' इतना ही नहीं, नलिन ने यह भी कहा कि क्या होगा जब हिंदू रविवार को सूर्य देवता, सोमवार को शिव पूजा के लिए या मंगलवार को हनुमान पूजा के लिए 2 घंटे की छुट्टी मांगने लगें?'

वहीं शिवसेना नेता मनीषा कायांदे का कहना है,' अल्पसंख्यकों को तुष्ट करना एक गलत फैसला है। शिवसेना सांसद इस मुद्दे को संसद में उठायेंगे।

हालांकि नलिन कोहली के इस कटाक्ष पर जवाब देने के लिए राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने राम मंदिर का सहारा लिया। उपाध्याय ने कहा,'अगर ये चुनावी स्टंट है तो ये भी देखिए के 1400 करोड़ रुपये और 800 रुपये सोना खाके राम मंदिर बन गया।

मु्स्लिमों के लिए किए गए इस फैसले का कांग्रेस सरकार को कितना फायदा होगा, इसका पता तो चुनाव के नतीजे ही बताएंगे।