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बरेलीः कोटेदार ने नहीं दिया राशन, भूख से तड़प कर पत्नी की हुई मौत

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में भूख की वजह से एक महिला की मौत हो गई। यह घटना फतेहंगज पश्चिमी थाना क्षेत्र के मोहल्ला भोलेनगर की है।

Updated on: 15 Nov 2017, 07:47 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में भूख की वजह से एक महिला की मौत हो गई। यह घटना फतेहंगज पश्चिमी थाना क्षेत्र के मोहल्ला भोलेनगर की है।

महिला के पति का आरोप है कि उसे कोटेदार ने राशन देने से मना कर दिया था क्योंकि महिला के बायोमेट्रिक मशीन पर फिंगरप्रिंट चाहिए थे लेकिन कई दिनों से खाना नही मिलने से महिला बीमार पड़ गई थी । जिस वजह से महिला जा न सकी और देर रात उसकी मौत हो गई।

वहीं, इस मामले पर डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने एसडीएम मीरगंज से मामले की रिपोर्ट मांगी है। डीएम ने कहा- 'मामले की रिपोर्ट के आधार पर ही दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।'

जानकारी के मुताबिक, मोहल्ला भोले नगर निवासी इशहाक अहमद काफी गरीब हैं। वह एक झोपड़ीनुमा मकान में पत्नी सकीना (50) के साथ रहते थे। बीते दिनों पति के बीमार होने की वजह से घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गई।

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सकीना ने घर के सभी जेवर बेचकर पति का इलाज कराया। धीरे-धीरे परिवार की आर्थिक स्थिति और खराब हो गई। परिवार के इतने पैसे भी नहीं बचे कि वो बाजार से कुछ भी खरीद सके।

घर में बचा हुआ राशन को पत्नी बीमार पति को खिलाती रही। धीरे-धीरे राशन खत्म होने लगा। कई दिनों तक खाना नहीं मिलने की वजह से सकीना बीमार हो गई। भूख के कारण मंगलवार की रात उसने दम तोड़ दिया।

मृतिका के पति का कहना है कि राशन के लिए पिछले कई दिनों से कोटेदार के पास चक्कर लगा रहे थे। इस महीने उसने राशन नहीं दिया। पिछले महीने भी कई बार कहने के बाद उसने पत्नी को राशन दुकान पर लाने की जिद की।

जब पत्नी को राशन दुकान पर ले गया, तब जाकर उसने राशन दिया। मेरी पत्नी की हालत ऐसी नहीं थी कि उसे राशन दुकान पर ले जा सके। खाना नहीं मिला,तो उसकी पत्नी ने दम तोड़ दिया।

सकीना झोपड़ी में रहती थीं और उनका बेटा दिल्ली में काम करता है। लोगों के मुताबिक, 'मुहल्ले के लोग उनकी मदद करते थे। कभी-कभी जरूरत पड़ने पर उन्हें खाना भी खिला देते थे। बताते हैं मोहल्ले वाले खाना देना भूले तो सकीना की मौत हो गई।'

एसडीएम और डीएसओ ने भी माना है कि परिवार काफी गरीब है। एसडीएम का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।

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