उत्तर प्रदेश : राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में मरीजों की संख्या 3 गुनी बढ़ी, मौसम में बदलाव का कहर
अचानक मौसम में आए बदलाव की वजह से राजधानी लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में तीन गुना इजाफा हो गया है। हर तरफ मरीजों की भीड़ दिख रही है।
लखनऊ:
अचानक मौसम में आए बदलाव की वजह से राजधानी लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में तीन गुना इजाफा हो गया है। हर तरफ मरीजों की भीड़ दिख रही है इसलिए अस्पताल प्रशासन भी बढ़ती संख्या को देख इंतजामात में जुटा हुआ है। राजधानी लखनऊ के सिविल, लोहिया और बलरामपुर अस्पताल में अन्य दिनों की अपेक्षा इन दिनों तीन गुनी संख्या में मरीज इलाज करवाने पहुंच रहे हैं।
प्रदेश के सभी बड़े सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, खासतौर पर राजधानी लखनऊ में स्थिति गंभीर है। इस वजह से मरीजों को कई घंटे लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है।
डॉक्टरों के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से दिन में आने वाले 100 मरीजों में से 75 उल्टी, दस्त, बुखार, पेट दर्द और संक्रामक बीमारियों के शिकार पहुंच रहे हैं, जिनको देखने के लिए अस्पतालों में उचित इंतजाम भी किए गए हैं।
आम दिनों की तरह लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सुबह आठ बजे खुल रही है लेकिन पर्चा काउंटर पर भारी भीड़ होने की बजह से मरीजों की लंबी कतार देर समय तक नजर आ रही है। लाइन में बूढ़े, नौजवान, महिलाएं और बच्चे सभी लगे दिख रहे हैं, जो सर्दी-जुकाम, बुखार और पेट दर्द से कराहते नजर आ रहे हैं।
वहीं ओपीडी के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहे मरीज बेहद परेशान दिख रहे हैं, उनका कहना है कि मौसम के बदलाव की बजह से वो बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
और पढ़ें : औरंगजेब से तुलना होने पर अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ को सिखाया राजधर्म
प्रदेश भर में मरीजों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए स्वास्थ विभाग ने सभी जिले के सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) और वरिष्ठ डॉक्टर को अलर्ट पर रखा है। दवाइयों से लेकर हर सुविधा मरीजों को देने के लिए इसका ध्यान रखने को कहा गया है, जिसकी निरीक्षण वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जा रही है।
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें