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UP: हॉस्पिटल ने नहीं दी एंबुलेंस, गरीब परिवार ने बाइक पर ढोया बेटे का शव

उत्तर प्रदेश के संभल में डॉक्टर्स की असंवेदनशीलता फिर से सामने आई है। डॉक्टर्स ने एक गरीब परिवार के युवक की लाश को घर तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस देने से मना कर दिया।

Updated on: 16 Feb 2018, 12:39 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के संभल में डॉक्टर्स की असंवेदनशीलता फिर से सामने आई है। डॉक्टर्स ने एक गरीब परिवार के युवक की लाश को घर तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस देने से मना कर दिया। इसके बाद युवक के परिजनों ने उसकी शव को बाइक पर रखा और घर तक ले गए।

जानकारी के अनुसार सूरजपाल नाम का युवक अपने दादा के साथ खेत में काम कर रहा था, इसी दौरान उसका एक्सिडेंट हो गया। परिजन उसे तुरंत हॉस्पिटल लेकर गए जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।

इसके बाद डॉक्टर्स ने मृतक के परिजनों से कहा कि उसकी शव वे तुरंत हॉस्पिटल से ले जाएं।

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सूरजपाल के एक रिश्तेदार ने बताया, 'डॉक्टर्स ने हमसे शव को तुरंत ले जाने को कहा था, हमने शव को अपने कंधों पर उठाया क्योंकि हॉस्पिटल ने स्ट्रेचर भी उपलब्ध नहीं करवाया, इसके बाद हम उसे बाइक पर लेकर आए क्योंकि एंबुलेंस के लिए भी मना कर दिया गया था।'

हालांकि हॉस्पिटल अथॉरिटी ने इस बात से साफ इनकार किया है। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों ने हॉस्पिटल की सभी औपचारिकताएं भी पूरी नहीं की और बिना बताए ही चले गए।

हॉस्पिटल की डॉक्टर अमृत सिन्हा ने कहा, 'मुझे पता चला था कि युवक को मृत अवस्था में हॉस्पिटल लाया गया था, हॉस्पिटल अथॉरिटी ने पुलिस को केस के बारे में बताया था। लेकिन, इसी बीच उसके रिश्तेदार उसका शव हॉस्पिटल से ले गए। अगर वे हमें बताते तो हम एंबुलेंस जरूर उपलब्ध कराते।'

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