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यूपी विधानसभा चुनाव: तीसरे चरण में सबसे अधिक कांग्रेस और लोकदल के दागी उम्मीदवार

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस, सपा, बसपा और आरएलडी समेत अन्य दलों ने दागियों को टिकट दिया है।

Updated on: 14 Feb 2017, 07:29 PM

highlights

  • एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, तीसरे चरण में कांग्रेस के 36% उम्मीदवार हैं दागी
  • बीजेपी के 90 प्रतिशत उम्मीदवार हैं करोड़पति, 12 प्रतिशत हैं महिला उम्मीदवार

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) समेत अन्य दलों ने दागियों को टिकट दिया है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार तीसरे चरण में 110 उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
एडीआर के रिपोर्ट के अनुसार तीसरे चरण में सबसे अधिक 36 प्रतिशत दागी उम्मीदवार कांग्रेस के हैं जबकि लोकदल के 33 प्रतिशत उम्मीदवार दागी है। बीजेपी और बीएसपी ने 31-31 प्रतिशत दागी उम्मीदवारों को टिकट दिया है।

एडीआर ने तीसरे चरण में चुनाव लड़ रहे 826 में से 813 उम्मीदवारों के शपथपत्र के आधार पर रिपोर्ट तैयार किया है। रिपोर्ट के मुताबिक 813 उम्मीदवारों में 110 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मुकदमें घोषित किए हैं। 7 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या के आरोप घोषित किए हैं। जबकि 11 ने हत्या का प्रयास, 5 ने अपने ऊपर अपहरण के मामले दर्ज होने की बात स्वीकार की है। 6 उम्मीदवारों के ऊपर महिलाओं से जुड़े अपराध दर्ज हैं।

813 में 68 उम्मीदवारों के पास 5 करोड़ रुपये से ज्यादा की सम्पत्ति है। 98 उम्मीदवारों के पास 2 से 5 करोड़ की संपत्ति है। 813 में से 250 यानि कि 31 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। पहले चरण में जहां उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.75 करोड़ रुपये थी वहीं तीसरे चरण के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.61 करोड़ है।

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बीजेपी के 84 फीसदी, बीजेपी के 90 फीसदी, एसपी के 86 फीसदी, कांग्रेस के 50 फीसदी, आरएलडी के 33 फीसदी और 11 फीसदी निर्दलीय उम्मीदवार करोड़पति हैं।
लखनऊ वेस्ट से मोहम्मद अकरम, और लहरपुर से चुनाव लड़ रहे सुरेश सचान शून्य संपत्ति वाले उम्मीदवार हैं।

फर्रूखाबाद के मनोज अग्रवाल ने 13 करोड़ 18 लाख, अजय कपूर ने 9 करोड़ 15 लाख और अपर्णा यादव ने अपने ऊपर 8 करोड़ 15 लाख की देनदारी दिखाई है। सबसे ज्यादा वार्षिक आय घोषित करने में अपर्णा यादव 1 करोड़ 97 लाख के साथ पहले स्थान पर हैं।

813 में 424 यानि की 52 फीसदी उम्मीदवारों ने आयकर रिटर्न नहीं दाखिल किया है। 26 उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति 1 करोड़ से ऊपर दिखाई है लेकिन रिटर्न नहीं दाखिल किया है।

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51 फीसदी उम्मीदवार ग्रेजुएट या इससे भी ज्यादा पढ़े लिखे हैं। 43 उम्मीदवार सिर्फ साक्षर और 10 ने खुद को अनपढ़ बताया है। 551 यानि की 68 फीसदी ने अपनी उम्र 25 से 50 के बीच बताई है। जबकि 254 यानि की 31 फीसदी 51 से 80 साल के बीच हैं। तीसरे चरण में 96 उम्मीदवार यानि की 12 फीसदी महिलाएं है।

यूपी विधानसभा के 403 सीटों के लिए 8 मार्च तक सात चरणों में चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण का मतदान 11 फरवरी को हुआ था। सभी चरणों के परिणाम की घोषणा 11 मार्च को होगी।

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