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जो भारत के विकास से खुश नहीं हैं, वो सामाजिक तनाव पैदा करना चाहते हैं: भागवत

भागवत ने वाराणसी में संघ कार्यकर्ताओं को संबोंधित करते हुए कहा, 'दुनिया में भारत की बढ़ रही प्रतिष्ठा व विकास से जो लोग संतुष्ट नहीं है वह समाज में गलत इतिहास बता कर द्वेष फैला रहे हैं।'

Updated on: 21 Feb 2018, 08:00 AM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि भारत में विद्रोह फैलाने वाली शक्तियों के प्रति सतर्क रहना होगा।

भागवत ने वाराणसी में संघ कार्यकर्ताओं को संबोंधित करते हुए कहा, 'दुनिया में भारत की बढ़ रही प्रतिष्ठा व विकास से जो लोग संतुष्ट नहीं है वह समाज में गलत इतिहास बता कर द्वेष फैला रहे हैं।'

उन्होंने कहा, 'हम हमेशा एक रहे हैं। 1857 से पहले देश में हिंदू-मुस्लिम में मेल-जोल था। लेकिन अंग्रेजों ने 1905 में मुस्लिम लीग का गठन किया और समाज में कट्टरता पैदा की। कुछ लोग अभी भी यही कर रहे हैं।'

भागवत ने कहा कि समाज को भारत विरोधी गुट के बारे में पता चलना चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से समाजिक सद्भाव के लिए काम करने के लिए कहा।

संघ प्रमुख ने कहा, 'कोई अपने को संगठन से बड़ा न समझे। संगठन महत्वपूर्ण है न कि व्यक्ति। किसी को भ्रम नहीं पालना चाहिए कि संगठन उसकी बदौलत चल रहा है।'

संघ के कार्यक्रम में बीजेपी नेता ओम माथुर, महेंद्र नाथ पांडे, सुनील बंसल और लक्ष्मण आचार्य जैसे नेता शामिल थे।

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