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सवालों में योगी सरकार की किसान कर्जमाफी योजना, किसी के 9 पैसे तो किसी के 500 रुपये हुए माफ

योगी सरकार ने कहा था कि किसानों का फसल के लिए लिया गया एक लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया जाएगा।

Updated on: 15 Sep 2017, 05:11 PM

highlights

  • किसान कर्जमाफी योजना पर उठे सवाल, किसी के 9 पैसे तो किसी के 500 रुपये तक के कर्ज हुए माफ
  • अखिलेश यादव का योगी सरकार पर तंज, बबूल के पेड़ से आम नहीं मिल सकता
  • सरकार ने दी सफाई, कहा- यह अफवाह है और एक-एक लाख तक के कर्ज माफ हुए हैं

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के योगी सरकार की सबसे अहम योजना किसान कर्जमाफी सवालों के घेरे में है। दावे से उलट किसी किसान का 9 पैसे तो किसी का एक रुपया तो किसी का 500 रुपये का कर्ज माफ किया गया है।

जबकि योगी सरकार ने दावा किया था कि एक लाख रुपये तक का कृषि लोन माफ किया जाएगा।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, करीब बारह हजार किसान ऐसे हैं जिनका एक रुपये से 500 रुपये तक का कर्ज माफ किया गया है।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के दो करोड़ 15 लाख किसानों को फायदा पहुंचाते हुए 30,729 करोड़ रुपये का कर्ज माफ करने का अहम फैसला अप्रैल में लिया था। तब योगी सरकार ने कहा था कि किसानों का फसल के लिए लिया गया एक लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया गया है।

किसान कर्जमाफी के पहले चरण के तहत किसानों का करीब 7,371 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किये जाने की योजना है।

राज्य सरकार के मुताबिक, पहले चरण में जिन 11 लाख 93 हजार किसानों का कर्ज माफ किया गया। जिसमें से 4,814 किसान ऐसे हैं जिनका मात्र एक रुपये से 100 रुपये तक का कर्ज माफ किया गया है।

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वहीं 6,895 किसानों का 100 से 500 रुपये तक का कर्ज माफ हुआ है। 5,553 किसानों का 500 से 1000 रुपये तक का कर्ज माफ किया गया है। जबकि एक हजार से दस हजार रुपये तक का कर्ज माफ होने वाले किसान 41, 690 हैं। वहीं 11 लाख 27 हजार किसानों का दस हजार रुपये से ज्यादा का ऋण माफ हुआ है।

कर्जमाफी से ज्यादा सर्टिफिकेट लाने में खर्च

जिन किसानों का 1 से 100 रुपये तक का कर्ज माफ हुआ है, वह ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। किसानों को जिला कार्यालय या संबंधित विभाग से कर्ज माफी सर्टिफिकेट लाने में माफ हुए लोन से ज्यादा खर्च हो रहे है।

 इटावा में कई ऐसे किसान हैं जिन्हें 9 पैसे, 19 पैसे और 50 पैसे तक की कर्जमाफी हुई है।

एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, किसानों का कहना है कि उन्हें 2 रुपये के लिए 200 से अधिक रुपयों का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

अखिलेश बोले, बबूल के पेड़ से आम नहीं...

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार का किसानों की कर्जमाफी का वादा तथ्यहीन निकला। उन्होंने कहा, 'बबूल के पेड़ से आम नहीं मिल सकता।'

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उन्होंने कहा, 'किसान को इंतजार है कि उनका कर्ज कब माफ होगा। प्रधानमंत्री ने चुनाव प्रचार में ये बात रखी थी कि पूरा कर्जा माफ होगा। जो मुख्यमंत्री हैं, उन्होंने इसके लिए तमाम दरवाजे खटखटाए थे। लेकिन कहीं से मदद नहीं मिली तो अपने संसाधनों से कर रहे हैं। ये जिस तरीके से कर्जमाफी की जा रही है इससे किसान निराश हैं। बबूल के पेड़ से आम नहीं मिल सकता।'

वहीं किसानों की कर्ज माफी में आई गड़बड़ी की खबरों का खंडन करते हुए खादी और ग्रामोद्योग मंत्री पचौरी ने कहा कि यह अफवाह है और एक-एक लाख तक के कर्ज माफ हुए हैं।