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यूपी चुनाव 2017: कांग्रेस से गठबंधन अब भी अधर में, अखिलेश ने 18 नये उम्मीदवारों की घोषणा की

उत्तर प्रदेश में चुनाव सिर पर है। लेकिन समाजवादी पार्टी और कांग्रेस साथ लड़ेगी या नहीं यह अब भी बड़ा सवाल बना हुआ है।

Updated on: 20 Jan 2017, 06:56 PM

highlights

  • समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों पर नहीं बनी सहमति
  • एसपी ने 18 उम्मीदवारों की घोषणा की, 191 का ऐलान पहले कर चुकी है एसपी
  • समाजवादी पार्टी कांग्रेस को 85 सीट देना चाहती है

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में 4 फरवरी से विधानसभा चुनाव शुरू हो रहे हैं लेकिन समाजवादी पार्टी और कांग्रेस चुनाव साथ लड़ेंगी या नहीं यह अब भी बड़ा सवाल बना हुआ है। कई राउंड की बैठकों के बावजूद सीटों पर सहमति नहीं बनी है।

लखनऊ में देर शाम एक बार फिर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राजब्बर और एसपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ गठबंधन के मसले पर बातचीत हो सकती है। राज बब्बर को दिल्ली आना था लेकिन वह बैठक के कारण लखनऊ में रुके हैं।

कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा, 'बातचीत जारी है, गुलाम नबी आजाद जी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से फिर से बात करेंगे।'

वहीं गठबंधन से पहले ही उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी सीटों का ऐलान कर रही है। सपा ने शुक्रवार को 18 नये उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया। इससे पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 191 उम्मीदवारों की घोषणा की थी। गठबंधन से पहले उम्मीदवारों की घोषणा कांग्रेस पर कम सीट लेने के लिए दबाव बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।

पहले खबर थी की कांग्रेस-एसपी के गठबंधन में आरएलडी भी शामिल होगी। लेकिन सीटों पर सहमति नहीं बनने के बाद आरएलडी ने साफ कर दिया है कि वह सभी 403 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। आरएलडी 35 से ज्यादा सीटों की मांग कर रही है। जबकि एसपी 20 सीटों की मांग कर रही है।

गठबंधन पर एसपी ने क्या कहा
समाजवादी पार्टी के उपाध्यक्ष किरणमॉय नंदा ने कहा, 'कांग्रेस से अभी तक बातचीत फाइनल नहीं नहीं हुई है। हम उन्हें 84-85 सीट देना चाहते हैं।'

अखिलेश यादव के करीबी और एसपी सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा, 'मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कांग्रेस से गठबंधन के मसले पर विचार कर रहे हैं। वह अंतिम फैसला लेंगे। शाम तक सबकुछ साफ हो जाएगा।'

एसपी नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भईया ने कहा, 'अखिलेश यादव कांग्रेस से गठबंधन पर अंतिम फैसला लेंगे। लेकिन मैं समझता हूं कि हमारा काम काफी है पूर्ण बहुमत के लिए।'

उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, 'अनुकंपा हो सकती है लेकिन हमारी आवश्यकता नहीं है।'

गठबंधन में कहां फंस रहा है पेंच
दरअसल कांग्रेस समाजवादी पार्टी से 100 सीटों की मांग कर रही है। वहीं एसपी 80 से 85 से ज्यादा सीट कांग्रेस को नहीं देना चाहती है। साथ ही एसपी ने उन 7 सीटों पर भी उम्मीदवारों की घोषणा की है जहां कांग्रेस के मौजूदा विधायक हैं।

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एसपी ने गौतमबुद्ध नगर की तीन सीट नोएडा, दादरी और जेवर पर एसपी ने अपने उम्मीदवार घोषित किये हैं, जबकि कांग्रेस यहां से कम से कम एक सीट पाने की उम्मीद कर रही थी। वहीं, अखिलेश खेमे के नेता किरणमय नंदा ने कहा है कि अमेठी सीट के अलावा लखनऊ कैंट सीट भी एसपी अपने पास ही रखेगी।

अमेठी कांग्रेस का गढ़ माना जाता है लखनऊ कैंट सीट पर मुलायम सिंह की पुत्रवधु अपर्णा यादव की दावेदारी के चलते कांग्रेस इसे छोड़ने पर राजी है। इसके बदले वह लखनऊ उत्तर व मध्य सीट चाहती है जबकि एसपी उसके लिए लखनऊ (पूर्व) विधानसभा छोड़ना चाहती है। एसपी यह सीट अब तक जीत नहीं पाई है।

बताया जा रहा है कि कांग्रेस-एसपी गठबंधन में आधा दर्जन सीटों पर पेंच है। एसपी अपने मंत्री गायत्री प्रजापति के लिए अमेठी सीट चाहती है। बदले में गौरीगंज सीट छोड़ने को तैयार है।