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सीएम बनने के बाद योगी की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस, कहा- बिना भेदभाव यूपी में काम करेगी सरकार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से बीजेपी के सांसद हैं। उनके साथ बीजेपी यूपी प्रेसिडेंट केशव प्रसाद मौर्य और लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है।

Updated on: 19 Mar 2017, 08:50 PM

highlights

  • उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की
  • योगी के साथ बीजेपी यूपी प्रेसिडेंट केशव प्रसाद मौर्य और लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है

New Delhi:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने सबका साथ और सबका विकास का अनुसरण करने की बात कही। साथ ही अपने मंत्रियों से आय और चल-अचल संपत्ति का विवरण सरकार और संगठन को देने के लिए कहा है।

बता दें कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से बीजेपी के सांसद हैं। उनके साथ बीजेपी यूपी प्रेसिडेंट केशव प्रसाद मौर्य और लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है। 

योगी ने पीसी के दौरान कहा कि यूपी में नई सरकार के कामों का परिणाम जल्द ही दिखाई देगा। सरकार चुनाव पूर्व किए गए अपने हर वादे को पूरा करने के लिए संकल्पित है। सरकार सभी वादों को पूरा करेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका साथ सबका विकास' के वादे पर काम करेगी।

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योगी ने कहा कि पिछले 15 सालों के दौरान यहां की सरकारों ने कुछ नहीं किया है, जिस वजह से राज्य विकास की दौड़ में एकदम पिछड़ गया है। सरकार यूपी की बदहाली को दूर करने के लिए और कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रभावी कदम उठाएगी।

यूपी के नए मुख्मयंत्री ने कहा कि शपथ ग्रहण के बाद मंत्रिपरिषद के साथियों के साथ औपचारिक तौर पर बैठना हुआ है। अगले हफ्ते से कैबिनेट की बैठकों का दौर शुरू होगा और उसकी नियमित जानकारी पत्रकारों को दी जाएगी। कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और श्रीकांत शर्मा को इसके लिए अधिकृत किया गया है, जो सरकार के फैसलों की नियमित ब्रीफिंग करेंगे।

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अदित्यनाथ ने कहा, 'हम प्रदेश की जनता को पूरी तरह आश्वस्त करना चाहते हैं कि राज्य सरकार यूपी को विकास और खुशहाली के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ाने के लिए जो भी प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता पड़ेगी, उसमें कहीं कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमारी सरकार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के संकल्प पत्र-2017 में किए सभी वादों को पूरा करने के लिए कृत संकिल्पत है।'

मुख्यमंत्री ने विश्वास दिलाया कि यूपी की जनता की उम्मीदों पर सरकार खरा उतरेगी और किसी के साथ भेदभाव होने नहीं हाने दिया जाएगा। यूपी की आबादी का एक बड़ा हिस्सा ग्रामीण इलाकों में रहता है, उनका भी पूरी तरह से ख्याल रखा जाएगा। योगी ने बीजेपी को बड़ा जनादेश देने के लिए प्रदेश के लोगों को धन्यवाद भी दिया।

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माना जा रहा था कि योगी इस बैठक के बाद प्रदेश के किसानों की कर्ज माफी का ऐलान कर सकते हैं। मोदी चुनावी रैली में यह बात कह चुके हैं कि यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद पहली बैठक में वह मुख्यमंत्री से कहकर किसानों की कर्ज माफी का ऐलान करवा देंगे। हालांकि, योगी आदित्यनाथ ने इससे संबंधित कोई घोषणा नहीं की। 

शनिवार को तेजी से बदले घटनाक्रम में योगी को बीजेपी के विधायक दल का नेता चुना गया। 403 सीटों वाली उत्तर प्रदेश में बीजेपी के पास कुल 312 विधायक हैं, जबकि एनडीए को 352 सीटें मिली हैं। योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में कुल 46 लोगों को जगह दी गई है। योगी के कैबिनेट में युवा विधायकों के साथ कांग्रेस और बीएसपी छोड़कर विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।

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