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'श्मशान और कब्रिस्तान' बाले बयान पर मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराएगी कांग्रेस

के सी मित्तल ने कहा, 'पार्टी फतेहपुर रैली में पीएम मोदी की तरफ से दिए गए आपत्तिजनक मामले को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराएगी।'

Updated on: 20 Feb 2017, 09:24 AM

highlights

  • उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में दिए गए बयान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी घिरते नजर आ रहे हैं
  • कथित तौर पर धर्म के आधार पर भेदभाव किए जाने को लेकर दिए गए बयान पर विपक्ष के EC से कार्रवाई की मांग की है

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में कथित तौर पर धर्म के आधार पर भेदभाव किए जाने को लेकर दिए गए बयान पर प्रधानमंत्री मोदी घिरते नजर आ रहे हैं। विपक्षी दलों के पीएम के इस बयान को ध्रुवीकरण की कोशिश करार देते हुए इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है।

कांग्रेस के लीगल और ह्यूमन डिपार्टमेंट के नेता के सी मित्तल ने कहा, 'पार्टी  फतेहपुर रैली में पीएम मोदी की तरफ से दिए गए आपत्तिजनक मामले को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराएगी।'

इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भी पीएम के बयान की आलोचना करते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है। शर्मा ने कहा, 'चुनाव आयोग को प्रधानमंत्री के बयान का संज्ञान लेना चाहिए क्योंकि यह स्पष्ट तौर पर आयोग के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है।'

कांग्रेस नेता सलमान सोज ने भी ट्वीट कर कहा, 'यह आदमी गांधी के भारत का प्रधानमंत्री कैसे बन गया? कब्रिस्तान और श्मशान से पहले हमारे पास खेल मैदान होना चाहिए जहां हिंदू, मुस्लिम और दूसरे धर्मों के बच्चे एक साथ खेल सकें।'

रविवार को यूपी के फतेहपुर में एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, 'गांव में अगर कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिए, अगर रमजान में बिजली रहती है तो दिवाली में भी बिजली आनी चाहिए।'

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समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा कि पीएम ने फतेहपुर रैली में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, हम उसकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी करेगी।

दूसरी तरफ, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमिन के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट कर प्रधानमंत्री के बयान को ध्रुवीकरण करार दिया। ओवैसी ने कहा, '400 में एक भी मुसलमान नहीं। भेदभाव नहीं होना चाहिए। गोवा में बीफ मौजूद, महाराष्ट्र में बीफ बैन लेकिन भेदभाव नहीं होना चाहिए।' 

ओवैसी का बयान उत्तर प्रदेश चुनाव में पार्टी की तरफ से मुसलमानों को टिकट नहीं दिए जाने को लेकर था। पार्टी ने अभी तक किसी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है।

वहीं सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने तो प्रधानमंत्री मोदी पर बंटवारे की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 'हिंदू-मुस्लिम के नाम पर जनता को बांटने का नतीजा यह देश एक बार 1947 में देख चुका है। क्या मोदी देश को वहीं वापस ले जाना चाहते हैं?' उन्होंने कहा कि लोगों को रोजगार चाहिए, बेहतर जीवन और रोजी-रोटी चाहिए न कि श्मशान या कब्रिस्तान चाहिए।

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